आयकर छापों के बाद
अब तलाश है जयचंदों की
(मनोज सिंह राजपूत)
भोपाल (साई)। भाजपा
नेता दिलीप सूर्यवंशी और सुधीर शर्मा के यहां आयकर छापों के बाद अब आयकर विभाग
अपने घर में छिपे विभीषण की तलाश कर रहा है। दरअसल आयकर विभाग को इन छापों में
उतनी सफलता नहीं मिली है, जितनी कि उन्हें उम्मीद थी। इसका कारण विभाग के आला अफसर छापे
की सूचना का लीक होना मान रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अब विभाग के अधिकारियों और
कर्मचारियों के बीच से विभीषण को ढूंढा जा रहा है।
आयकर विभाग ने 20
जून को प्रदेश की सत्ता से सीधे जुड़े कंस्ट्रक्शन कंपनी दिलीप बिल्डकॉन के मालिक
दिलीप सूर्यवंशी और खनन के किंग कहलाने वाले सुधीर शर्मा के यहां छापे की कार्रवाई
की थी। छापे प्रदेश के साथ-साथ देश भर में इनके अलावा इनके सहयोगियों के करीब 60
ठिकानों पर एकसाथ डाले गए थे।
सूत्रों की मानें
तो तीन दिन तक विभाग की टीम ने इन दोनों के ठिकानों पर दिन-रात एक-एक कोना छान
मारा, पर जितनी
बड़ी सफलता को लेकर आयकर विभाग इनके घरों में घुसा था उतनी सफलता विभाग को नहीं मिली
है। ऐसा बताया जाता है कि दिलीप सूर्यवंशी के अरेरा कालोनी स्थित निवास से कुछ
हजार रुपए और एक किलो से भी कम जेवर मिले हैं।
जबकि इनके सहयोगी
जेएस वालिया के यहां से छापे में डेढ़ करोड़ रुपए नगद जब्त किए गए हैं। इतने बड़े
ठेकेदार के घर से हजारों रुपए और कुछ ग्राम जेवर मिलने से आयकर अधिकारी भी सकते
में हैं। उधर खनिज व्यवसायी सुधीर शर्मा के यहां से भी विभाग को कोई बड़ी सफलता
नहीं मिलने की बात पता चली है।
हालांकि दोनों के
ठिकानों से दस्तावेज काफी संख्या में मिले हैं। जिनकी जांच कर कर चोरी का आंकड़ा तय
किया जाएगा। फिलहाल आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी विभाग के अधिकारियों और
कर्मचारियों के द्वारा छापे से पहले की गई बातचीत आदि का रिकार्ड पता करने का
विचार कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इसके लिए विभागीय इंटेलिजेंस का भी सहारा
लेने पर विचार चल रहा है।
0 रात में लीक हो
गया था छापा
आयकर विभाग के छापे
वाले दिन से ठीक पहले रात में सुधीर शर्मा द्वारा अपने पड़ोसी और किराएदार के यहां
डेढ़ बजे सामान रखा जाना बताया गया है। यह बात किराएदार ने आयकर विभाग को भी बताई
है। इससे पता चलता है कि आयकर छापे की कार्रवाई लीक हो गई थी। सूत्र बताते हैं कि
दिलीप सूर्यवंशी के यहां भी छापे से पहले वाली रात को गाडिय़ों की आवाजाही देखी गई
थी। राजधानी की मीडिया को भी शाम को आयकर विभाग द्वारा भोपाल, इंदौर, सतना और खंडवा में
छापे की सूचना मिली थी। इन सब बातों का मतलब सीधा है कि कहीं न कहीं आयकर छापे की
जानकारी इन लोगों को लग गई थी।
0 खदानों की होगी
मैपिंग
आयकर छापों में
मिले दस्तावेजों के आधार पर सुधीर शर्मा की खदानों की मैपिंग कराने पर आयकर विभाग
विचार कर रहा है। दस्तावेजों में दर्ज खदानों के क्षेत्रफल के आधार पर विभाग इनकी
आय का मूल्यांकन इनके द्वारा किए गए वास्तविक खनन से करेगा। आयकर विभाग इसके लिए
राज्य के खनिज विभाग से सोमवार को दस्तावेज मांग सकता है।
0 लॉकर में बंद
दिग्गजों की धड़कनें
दिलीप सूर्यवंशी, सुधीर शर्मा और
उनके सहयोगियों के यहां छापे में करीब दो दर्जन बैंक लॉकर होने की जानकारी भी मिली
है। विभाग सोमवार से इन्हें खोलने की कार्रवाई कर सकता है। सूत्रों की मानें तो
आयकर विभाग को उम्मीद है कि इन लॉकरों के साथ छापे से पहले छेड़छाड़ नहीं हुई होगी।
विभाग को लॉकरों से इनके कई राज पर से पर्दा उठने की संभावना है।
उधर लॉकरों ने
प्रदेश के कई भाजपा और कांग्रेस नेताओं के दिलों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। दोनों
व्यवसायियों के सत्ता और विपक्ष के कई बड़े नेताओं के साथ करीबी संबंध होने की आ
रही खबरों ने भी नेताओं की नींद हराम कर रखी है। ऐसा माना जा रहा है कि इन लॉकरों
के खुलते ही कई राजनेताओं और अफसरों के राज पर से पर्दा उठ सकता है।
(लेखक सबकी खबर डॉट
काम से जुड़े हुए हैं)
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