कर्नाटक में संकट
गहराया
(प्रीति सक्सेना)
बंग्लुरू (साई)।
कर्नाटक में वी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के विद्रोही दल
द्वारा पांच जुलाई तक मुख्यमंत्री डी वी सदानंद गौड़ा को हटाने और उनके स्थान पर
जगदीश शेट्टर को मुख्यमंत्री बनाने की चेतावनी से राज्य में पार्टी का संकट और
गहरा गया है। बंगलौर में संवाददाताओं से बातचीत में मंत्री राजू गौड़ा ने कहा कि वे
पांच जुलाई तक प्रतीक्षा करेंगे और अगर उस समय तक उनकी मांग नहीं मानी गई तो इसके
परिणाम की जिम्मेदार पार्टी हाईकमान की होगी। दो दिन पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री
येदियुरप्पा के वफादार नौ मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं।
समाचार एजेंसी ऑफ
इंडिया के ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा के आज दिल्ली
जाने की संभावना है जहां वे संकट के समाधान के लिए केन्द्रीय नेतृत्व से बातचीत
करेंगे। आज सुबह दिल्ली रवाना होने से पहले पार्टी के महासचिव और कर्नाटक मामलों
के प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान ने फिर कहा कि समस्या का बहुत जल्द समाधान निकल
जायेगा। उन्होंने कहा कि वे ताजा स्थिति से केन्द्रीय नेतृत्व को अवगत
कराएंगे। कर्नाटक प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष
के एस इश्वरप्पा ने कहा कि वे पार्टी में धड़बंदी से परेशान हैं और उन्हें उम्मीद
है कि दो सप्ताह के भीतर समस्या का समाधान हो जायेगा।
इधर, भारतीय जनता पार्टी
के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि कर्नाटक में कोई संकट नहीं है। आज नई दिल्ली
में एक समारोह के बाद उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायकों में जो मतभेद हैं, उन्हें शीघ्र ही
सुलझा लिया जाएगा।
उधर, कर्नाटक में जिन नौ
मंत्रियों ने मुख्यमंत्री सदानन्द गौड़ा को त्यागपत्र सौंपे थे, वे अपने त्यागपत्र
वापस लेने पर सहमत हो गये हैं। संवाददाताओं से बातचीत में असंतुष्ट मंत्रियों में
से एक और येदियुरप्पा ग्रुप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार जगदीश शेट्टर ने
पुष्टि की कि वे सभी अपने त्यागपत्र वापस ले लेंगे।
उन्होंने बताया कि
केन्द्रीय नेताओं ने कहा है कि वे बातचीत के लिए राजी हैं लेकिन पहले उन लोगों को
इस्तीफे वापस लेने होंगे।हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि मुख्यमंत्री सदानन्द
गौड़ा पार्टी की राज्य शाखा के अध्यक्ष ईश्वरप्पा और इस्तीफा देने वाले सभी नौ
मंत्री सुलह-सफाई की बातचीत के लिए दिल्ली
जा रहे हैं।
मंत्री बसु राज
बोमई जो येदियुरप्पा के निकटवर्ती है, उन्होंने पत्रकारों को बताया कि पार्टी
अध्यक्ष नीतिन गडगरी और राज्य सभा पक्ष के नायक अरूण जेटली ने आज येदियुरप्पा के
साथ फोन पर बात करने के पश्चात उन्होंने इस्तीफा वापस लेने का निर्णय लिया।
येदियुरप्पा के समर्थक विधायक और संसदों की यह मांग थी कि मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा
को हटाकर ग्रामीण विकास सचिव जगदीश चटर्जी को लाया जाए। इस्तीफा वापस लेने के
निर्णय का स्वागत करते हुए सदानंद गौड़ा ने कहा कि उनके द्वारा लगभग एक साल तक
भ्रष्टाचार मुक्त सरकार चली और पार्टियों के सभी विधायकों के साथ अच्छे संबंध रखने
की कोशिश की गई।
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