कृष्णा ने करवाई
राहुल की फजीहत!
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)।
विदेश मंत्री सोमनहल्ली मलैया कृष्णा के कारण राहुल गांधी की फजीहत हुई है! यह
प्रश्न इन दिनों सियासी गलियारों में अक्सर ही पूछा जाने लगा है। दरअसल, जैसे ही विदेश
मंत्री कृष्णा ने राहुल गांधी को मंत्रीमण्डल में फेरबदल के बाद केंद्रीय
मंत्रीमण्डल में शामिल होने का राग छेड़ा है तबसे मीडिया विशेषकर सोशल नेटवर्किंग
वेब साईट्स पर राहुल गांधी पर वार तेज हो गए हैं।
कांग्रेसनीत संप्रग
सरकार के साथ ही साथ कांग्रेस के अंदर भी यह चर्चा तेज हो चुकी है कि यूपीए के
संकट मोचक रहे प्रणब मुखर्जी की सियासत से विदाई के बाद अब क्या राहुल गांधी सरकार
की मुश्किलों से उबारने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कैबिनेट मे शामिल
होंगे? यूपीए
सरकार से लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के गलियारों में इन दिनों यह चर्चा शुरू
हो चली है।
पिछले दिनों विदेश
मंत्री सोमनहल्ली मलैया कृष्णा ने सरकार में राहुल गांधी में शामिल होने का खुला
राग फिर छेड़ कर इन चर्चाओं को अनायास ही बल दे दिया है कि आगामी मंत्रिमंडल फेरबदल
में राहुल गांधी को बड़ी कुर्सी सौंपी जा सकती है। राहुल गांधी को सरकार के अगुवा
बनने से लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने तक को लेकर कयासों और
अटकलबाजियों का दौर नियमित अंतराल में चलना कोई नई बात नहीं है। हालांकि राहुल खुद
ही सरकार में शामिल होने की बातों को कई बार नकार चुके हैं।
कहा जा रहा है कि
जैसे ही कांग्रेस के कथित संकट मोचक प्रणव मुखर्जी ने अपने पद से त्यागपत्र दिया
वैसे ही कांग्रेस के अंदर उभरे वैक्यूम को भरने के लिए राहुल गांधी की जरूरत महसूस
करवाना आरंभ हो गया है। यद्यपि कांग्रेस के पास संकट मोचकों की लंबी फेहरिस्त है
और वर्तमान में कांग्रेस के सामने कोई संकट का क्षण भी नहीं है फिर भी काल्पनिक
तौर पर संकट मोचक की जरूरत पैदा की जा रही है और इस पद के लिए राहुल गांधी को आगे
लाने का प्रयास आरंभ हो गया है।
वहीं दूसरी ओर
पिछले आधे दशक से देश में घपले घोटाले, भ्रष्टाचार अनाचार के बाद भी ना तो राहुल
गांधी और ना ही सोनिया गांधी ने इस बारे में अपना मुंह खोला है। इससे देश की जनता
के मन में उनके प्रति बहुत अच्छे भाव तो नहीं ही आ रहे होंगे। संभवतः यही कारण है
कि मीडिया या सोशल नेटवर्किंग वेब साईट्स पर जब भी नेहरू गांधी परिवार की वर्तमान
पीढ़ी राहुल गांधी अथवा सोनिया गांधी के बारे में कुछ भी टिप्पणी आती है तो उस पर
लाईक करने अथवा कमेंट का कभी ना थमने वाला सिलसिला आरंभ हो जाता है।
हाल ही में विदेश
मंत्री सोमनहल्ली मलैया कृष्णा द्वारा राहुल गांधी को जैसे ही केंद्रीय
मंत्रीमण्डल में शामिल होने की बात सियासी फिजां में फेंकी गई वैसे ही राहुल के
खिलाफ आक्रोश एक बार फिर पूरे उफान पर आ गया। सोशल नेटवर्किंग वेब साईट्स पर नेहरू
गांधी परिवार के फोटो डालकर उस परिवार को भी महान बताकर लोग जनता के गुस्से को इस
परिवार के खिलाफ खदबदाने में उत्प्रेरक का ही काम कर रहे हैं।
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