असम में उपद्रवियों
को देखते ही गोली मारने के आदेश
(जाकिया तस्मिन रहमान)
गुवहाटी (साई)। असम
में हिंसा से निपटने सरकार ने सख्त कदम उठाने आरंभ कर दिए हैं। हिंसा प्रभावित असम
के कोकराझार जिले में उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया गया है
और कल से वहां अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है।
चिरांग और धुबरी
जिले में कुछ स्थानों पर रात का कर्फ्यू भी लगा दिया गया है। इस बीच चिरांग जिले
में एक और शव बरामद होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर २० हो गई है। आधिकारिक
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि कोकराझार जिले में सुरक्षा बलों
की ग्यारह अतिरिक्त कम्पनियां लगाई गई हैं और सेना, एसएसबी और
राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल को भी लगाया गया है।
उधर सीएम के करीबी
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने कल
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हिंसा प्रभावित जिलों की पूरी स्थिति की समीक्षा की और
राज्य के पुलिस उपमहानिरीक्षक और गृह विभाग के मुख्य सचिव को आज कोकराझार जिले का
दौरा करने का निर्देश दिया।
उधर, राज्य विधानसभा के
अध्यक्ष प्रणव गोगोई ने भी स्थिति का जायजा लेने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल
को भेजने का फैसला किया है। इस बीच, ६१ हजार से अधिक लोग ७४ राहत शिविरों में
आश्रय लिये हुए हैं। सरकार हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को तीन लाख रूपए और घायलों को पचास हजार रूपए की
अनुग्रह राशि देने की घोषणा पहले ही कर चुकी है।
इसके साथ ही साथ
असम में गुवाहाटी में पिछले दिनों एक लड़की के साथ दुर्व्यवहार के मामले में
गिरफ्तार मुख्य आरोपी अमर ज्योति कालिता को और पूछताछ के लिए ट्रांजिट रिमांड पर
गुवाहाटी लाने के वास्ते राज्य पुलिस वाराणसी गई है। कालिता को कल उत्तर प्रदेश
में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के निकट लंका इलाके में गिरफ्तार किया गया। पुलिस
ने बताया कि कालिता ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह इस वारदात में शामिल था।
उसे कल अदालत में पेश किया जाएगा।
उधर, उत्तर प्रदेश
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से सीमा श्रीवास्तव ने समाचार दिया है कि उत्तर
प्रदेश में कर्फ्यू ग्रस्त बरेली से लगभग ७५ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बरेली
शहर और आंवला इलाके में ंिहंसा पर नियंत्रण करने तथा शांति बनाए रखने के लिए
केद्रीय अर्द्धसैनिक बलों तथा राज्य पुलिस के सशस्त्र बलों की १४ कंपनियां ं तैनात
की गई हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आगजनी और पथराव की घटनाएं अभी जारी हैं
इसलिए कर्फ्यू में ढील देने पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है।
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