यूपी को चमन बनाने
में जुटे अखिलेश
(दीपांकर श्रीवास्तव)
लखनऊ (साई)। यमुना
एक्सप्रेस-वे को हरी झंडी दिखाने के बाद यूपी सरकार अब आगरा से लखनऊ के बीच
एक्सप्रेस-वे तैयार करने की दिशा में सक्रिय हो गई है। सोमवार को इस प्रॉजेक्ट का
प्रेजेंटेशन सीएम अखिलेश यादव के सामने दिया गया। सीएम ने इसके प्रति सकारात्मक
रुख दिखाया। इस प्रॉजेक्ट में छह लेन के इस एक्सप्रेस-वे को आठ लेन का करने का
प्रावधान भी है। सीएम ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे तैयार हो जाने पर फिरोजाबाद में
ग्लास सिटी बनाई जाएगी।
करीब 9,500 करोड़ रुपये की
लागत वाले इस प्रॉजेक्ट के प्रेजेंटेशन के मौके पर सीएम ने कहा कि प्रस्तावित
एक्सप्रेस-वे पर पर्याप्त अंडरवे और कैटलवे की व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने
कहा कि इसके अलावा दोनों ओर उपयुक्त सर्विस लेन बनाई जानी चाहिए।
इस एक्सप्रेस-वे पर
बाढ़ के पानी को आने से रोकने के लिए इसे ऊंचा बनाया जाएगा। इसके दोनों ओर 10 मीटर से ज्यादा
जगह हरित पट्टी के रूप में विकसित की जाएगी। इस प्रॉजेक्ट के तहत जलाशय और
ईको-फ्रेंडली पार्क भी बनाए जाएंगे।
प्रस्तावित
एक्सप्रेस-वे तैयार होने पर आगरा-लखनऊ की दूरी 76 किमी। घट जाएगी।
आगरा-लखनऊ की दूरी 375 किमी। है।
एक्सप्रेस-वे तैयार होने पर आगरा से लखनऊ करीब तीन घंटे में पहुंचा जा सकेगा।
नोएडा से आगरा के बीच यमुना एक्सप्रेस-वे पहले ही बन चुका है। ऐसे में दिल्ली से
लगभग पांच घंटे में लखनऊ पहुंचा जा सकेगा। कल्चरल फ्रंट पर तो गालिब की दिल्ली और
अवध के रिश्ते पहले ही मजबूत रहे हैं, यह एक्सप्रेस-वे भौगोलिक दूरी भी घटा देगा।
इस प्रॉजेक्ट के
फर्राटा भरते ही फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, इटावा, मैनपुरी, कन्नौज और मलिहाबाद
जैसे इलाकों की तरक्की को पर लग जाएंगे। जल्द खराब होने वाले फल-सब्जियों के
ट्रांसपोर्टेशन में सहूलियत मिलेगी और इसका फायदा किसानों को भी होगा।
एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट होने वाले शहरों में रियल एस्टेट की नींव भी मजबूत होगी।
प्रॉजेक्ट प्रेजेंटेशन के मौके पर पीडब्लूडी मिनिस्टर शिवपाल सिंह यादव और
प्रोटोकाल मिनिस्टर अभिषेक मिश्र भी मौजूद थे।
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