जड़ी बूटियों की खोज
कर रही हिमालय को प्रदूषित
(अर्जुन कुमार)
देहरादून (साई)।
हिमालय के जंगलों में बेशुमार नायाब जड़ी बूटियां मिलती हैं लेकिन यारचागुंबा की
तलाश में वहां जाने वाले लोगों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। इससे हिमालय के हरे
भरे इलाके प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं। आम तौर पर ‘हिमालयन वायग्रा’ कही जाने वाली
यारचागुंबा यौन शक्ति बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होती है और बाजार में इसकी काफी मांग
है।
एक शोधकर्ता का
कहना है कि अगर उस इलाके में बढ़ते प्रदूषण की समस्या से नहीं निपटा गया तो हिमालय
के हरे भरे इलाके पर्यावरणीय संकट का शिकार बन सकते हैं। इससे यारचागुंबा समेत
तमाम दुर्लभ जड़ी बूटियों के लिए खतरा पैदा हो सकता है। साथ ही बर्फीले तेंदुए और
कई दूसरे जीवों का अस्तित्व भी संकट में घिर सकता है।
बताया जाता है कि
हाल के दिनों में पश्चिमी नेपाल के हिमालयी जिलों में हजारों लोग इस जड़ी की खातिर
पहाड़ पर चढ़े हैं। यौन शक्ति बढ़ाने वाली इस दुर्लभ जड़ी से ये लोग काफी पैसे कमाते
हैं।
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