विभिन्न रूपों में
आयेंगे गणपति बप्पा
(प्रतिभा सिंह)
पटना (साई)। बिहार की
राजधानी पटना में भी गणेश पूजा की रौनक दिखने लगी है। पूजा को लेकर शहर के विभिन्न
इलाकों में तैयारियां अंतिम चरण में हैं। लोगों के उत्साह को देखते हुए गणोश
प्रतिमाओं को भी विभिन्न रूपों में ढाल रहे हैं कलाकार। विघ्नविनाशक, सिद्धि विनायक, देवताओं के अग्रणी, लंबोदर और न जाने
कितने नामों से जाने जाते हैं गणपति बप्पा।
उनके स्वागत के लिए
शहर में भी काफी जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। राजधानी के कलाकार, मूर्तिकार गणोश
उत्सव को लेकर तरह-तरह की खूबसूरत मूर्तियों को गढ़ने में दिन-रात लगे हुए हैं।
पंडित श्रीपति त्रिपाठी के मुताबिक 19 सितंबर को सुबह 1 बजकर 40 के बाद गणोश
प्रतिमा स्थापित करने का शुभ मुहूर्त है।
गणपति बप्पा की
एक-से-एक खूबसूरत मूर्तियां देखने को मिल रही हैं। कहीं पगड़ीवाले गणोशजी बनाये जा
रहे हैं, तो कहीं
मुकुटवाले गणोशजी। कहीं मिट्टी की पगड़ी पहने गणोशजी दिखेंगे, तो कहीं कपड़े की।
कोई गणोशजी सिंहासन पर विराजमान हैं, तो कोई आधुनिक सोफे पर। कहीं कमल के फूल पर
बैठे हुए हैं, तो कहीं
बड़ी-सी चारपाई पर लेटे हुए।
यहां तक कि चार और
आठ हाथोंवाली मूर्तियां भी बन रही हैं। चाहे पलास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्ति हो या
मिट्टी की, यहां के
कलाकार पूरी शिद्दत से उसे गढ़ने में जुटे हैं। हालांकि राजधानी में सबसे अधिक
मिट्टी की ही मूर्तियां बनायी जा रही हैं। इसमें भी वाटर पेंटवाली मूर्तियां सबसे
अधिक बनायी जा रही हैं। मिट्टी की मूर्तियों पर गुलाबी और सफेद रंग के वाटर पेंट
से की गयी कलाकारी देखते बन रही है।
राजधानी में कई
जगहों पर गणोश की प्रतिमाएं बनायी जा रही हैं। गांधी मैदान थाने के ठीक पीछे बबलू
पंडित व भोला पंडित का पूरा परिवार मूर्ति बनाने में लगा है, तो बासघाट के ठीक
सामने संजय पंडित अपनी मां के साथ मिल कर मूर्तियां गढ़ रहे हैं। राजापुर, मैनपुरा, दानापुर पेठिया
बाजार व पटना सिटी में भी मूर्तियां बनायी जा रही हैं। जहां तक मूर्तियों की कीमत
की बात है तो हर रेंज में मूर्तियां तैयार हो रही हैं। 50 रुपये से लेकर 20 हजार तक की
मूर्तियां बन रही हैं। लेकिन लोग सबसे अधिक वाटर पेंट से रंगी गयी मूर्तियों को
पसंद कर रहे हैं, क्योंकि ये
मूर्तियां 100 रुपये से
लेकर 600 रुपये तक
की हैं। गांधी मैदान थाने के ठीक पीछे वाटर पेंट से बनी मूर्तियों की खास दुकान
है।
हर साल की तरह इस
साल भी लोग अपने-अपने घरों में धूम-धाम से गणोश जी की पूजा करेंगे। लेकिन जहां तक
सार्वजनिक गणोश उत्सव की बात है, तो दारोगा राय पथ में ‘महाराष्ट्र मंडल’ की ओर से इस बार भी
धूम-धाम से गणोश उत्सव मनाने की तैयारी है। वहीं दानापुर के पेठिया बाजार काली
स्थान में के पास भी भव्य गणोश उत्सव का आयोजन होने जा रहा है। यहां करीब 13 फीट ऊंची गणोश की
प्रतिमा बैठायी जायेगी और यह प्रतिमा कोलकाता के मूर्तिकार बना रहे हैं। पटना सिटी
में भी गणोश उत्सव धूम-धाम से होगा।
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