आसान टोटकों से बदले भाग्य
(पंडित
दयानन्द शास्त्री)
नई दिल्ली (साई)। अकसर कहा जाता है कि हमारे कर्मों से ही समय
बदल सकता है। यदि किसी व्यक्ति के जीवन में बुरा समय चल रहा है तो वह ज्योतिष के
अनुसार बताए गए कुछ उपाय अपनाकर उसे अच्छे दिनों में बदल कर सकता है। यहां कुछ
छोटे-छोटे उपाय बताए जा रहे हैं, इनमें से यदि कोई एक उपाय भी नियमित रूप से
किया जाए तो निश्चित ही आपका बुरा समय अच्छे समय में धीरे-धीरे बदल जाएगा। जन्म
कुंडली में कालसर्प योग होने पर व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना
पड़ता है। इस योग के कारण व्यक्ति बैचेन रहता है, मानसिक अशांति बनी
रहती है। कार्यों में सफलता नहीं मिलती। पैसों की तंगी बनी रहती है। पारिवारिक सुख
नहीं मिल पाता। इससे निपटने के लिए ज्योतिष में कई प्रकार के उपाय बताए गए हैं...
----यहां बताया
गया है कि किस प्रकार बुरे समय को अच्छे समय में बदला जा सकता है-----
----जीवन से
जुड़ी सभी समस्याओं को दूर करने वाला यह उपाय शनिवार के दिन किया जाना चाहिए।
शनिवार शनि देव का दिन माना गया है। इस दिन शनि के निमित्त विशेष पूजन, दान या धार्मिक
कर्म करने से कई प्रकार के शुभ फल प्राप्त होते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली
में शनि अशुभ स्थिति में है या किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है
तो शनिवार के दिन विशेष उपाय करने चाहिए।
---शनिदेव की
शुभ दृष्टि प्राप्त करने के लिए किसी भी शनिवार से यह उपाय शुरू करें। इस उपाय के
अनुसार आपको लगातार सात शनिवार तक बिना विलंब एक-एक नारियल किसी पवित्र नदी में
प्रवाहित करना है। साथ ही नारियल प्रवाहित करते समय ऊँ रामदूताय नमरू मंत्र का जप
करें।
-----लगातार सात
शनिवार इस प्रकार करने से समस्याओं का प्रभाव कम हो जाएगा और हनुमानजी के साथ ही
शनिदेव की कृपा भी प्राप्त होगी।इसके अलावा प्रति मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान
चालीसा का पाठ करना चाहिए। हनुमानजी के भक्तों पर शनिदेव का कुप्रभाव नहीं होता
है।
----हर शनिवार
को किसी पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने और सात बार परिक्रमा करने से भी शनि के अशुभ
प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
----हर शनिवार
किसी काले कुत्ते को तेल लगी हुई रोटी खिलाना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार कुत्ते को
रोटी खिलाने से शनि के दोष शांत होते हैं।
- ---शनिवार के
दिन तेल का दान करें। शनि देव के दर्शन करें और शनि मंत्र का जप करें। शनि मंत्ररू
ऊँ शं शनैश्चराय नमरू
- ---प्रतिदिन
महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। मंत्र ऊँ त्र्यम्बकम् यजामहे
सुगन्धिम्पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात।।
- ---प्रतिदिन
किसी शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित करें। साथ ही ऊँ नमरू शिवाय
मंत्र का जप करें।
- ---नियमित रूप
से श्रीकृष्ण की पूजा करें और इस मंत्र का जप करें। मंत्ररू ऊँ नमो भगवते
वासुदेवाय नमरू
- ---किसी शुभ
मुहूर्त में चांदी का नाग का जोड़ा बनवाएं और उसकी पूजा करके किसी पवित्र नदी में
श्रद्धापूर्वक प्रवाहित करें।
-----शनिवार के
दिन काले घोड़े की नाल का छल्ला मध्यमा अंगुली यानी मीडिल फिंगर में पहनें। इससे भी
शनि दोष शांत होता है।
----प्रतिदिन
शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और बिल्व पत्र अर्पित करने चाहिए। ऐसा करने पर शनि के दोषों
से मुक्ति मिलती है।
----समय-समय पर
गरीब लोगों को काले कंबल का दान करना चाहिए। शनि देव गरीबों की मदद करने वाले
लोगों से विशेष स्नेह रखते हैं और उन्हें कष्ट नहीं देते हैं।
-----शास्त्रों
के अनुसार गाय, पक्षी, कुत्ता, चींटियां और मछली
से हमारे जीवन की सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं। यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से
गाय को रोटी खिलाएं तो उसके ज्योतिषीय ग्रह दोष नष्ट हो जाते हैं। गाय को पूज्य और
पवित्र माना जाता है, इसी वजह से इसकी सेवा करने वाले व्यक्ति को सभी सुख प्राप्त
हो जाते हैं। इसी प्रकार पक्षियों को दाना डालने पर आर्थिक मामलों में लाभ प्राप्त होता है।
व्यवसाय करने वाले लोगों को विशेष रूप से प्रतिदिन पक्षियों को दाना अवश्य डालना
चाहिए।
यदि कोई व्यक्ति दुश्मनों से परेशान हैं और उनका भय हमेशा ही
सताता रहता है तो कुत्ते को रोटी खिलाना चाहिए। नियमित रूप से जो कुत्ते को रोटी
खिलाते हैं उन्हें दुश्मनों का भय नहीं सताता है। कर्ज से परेशान से लोग चींटियों
को शक्कर और आटे डालें। ऐसा करने पर कर्ज की समाप्ति जल्दी हो जाती है।जिन लोगों
की पुरानी संपत्ति उनके हाथ से निकल गई है या कई मूल्यवान वस्तु खो गई है तो ऐसे
लोग यदि प्रतिदिन मछली को आटे की गोलियां खिलाते हैं तो उन्हें लाभ प्राप्त होता
है। मछलियों को आटे की गोलियां देने पर पुरानी संपत्ति पुनरू प्राप्त होने के योग
बनते हैं।
-----वास्तु
अनुसार पैसा रखने से आपका धन सुरक्षित रहेगा, साथ ही उसमें बरकत भी बनी रहेगी। परिवार के
आय के स्रोतों में बढ़ोतरी होती है।वास्तु के अनुसार धन के देवता कुबेर का स्थान
उत्तर दिशा में माना गया है। उत्तर दिशा में कुबेर के प्रभाव से धन की सुरक्षा
होती है और समृद्धि बनी रहती है। इसका मतलब यही है कि हमें अपने नकद धन को उत्तर
दिशा में रखना चाहिए। हर व्यक्ति के लिए नकद धन के लिए अलग कमरा बनवाना संभव नहीं
है। कुछ लोगों के यहां ही पैसा रखने के लिए अलग कमरे की सुविधा उपलब्ध रहती है।
जिन लोगों के यहां पैसा रखने के लिए अलग कमरा नहीं है वे अपना धन उत्तर दिशा के
किसी भी कमरे में रख सकते हैं। ध्यान रखें कमरा पूरी तरह सुरक्षित हो और वहां चोरी
आदि का भय नहीं होना चाहिए। धन को इस स्थान पर रखने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति
में सुधार होता है।धन को उत्तर दिशा में रखना चाहिए और रत्न, आभूषण आदि दक्षिण
दिशा में रखना चाहिए। इसके पीछे यह कारण है कि नकद धन आदि हल्के होते है, इसलिए इन्हें उत्तर
दिशा में रखना वृद्धिदायक माना जाता है। जबकि रत्न आभूषण में वजन और मूल्य अधिक
होता है, इसलिए ये
चीजें विशेष स्थान पर ही रखी जा सकती है। इन चीजों के लिए तिजोरी या अलमारी
श्रेष्ठ रहती है और ये काफी भारी होती है। भारी सामान रखने के लिए दक्षिण दिशा श्रेष्ठ
मानी जाती है। अतरू रत्न और आभूषण को दक्षिण दिशा में रखा जा सकता है। (साई
फीचर्स)
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