रेल्वे स्टेशन पर भगदड़ तीन दर्जन से
ज्यादा मरे
(निधि श्रीवास्तव)
इलहाबाद (साई)। इलाहाबाद रेलवे स्टेशन
पर कल रात मची भगदड़ में २८ महिलाओं सहित ३६ लोगों की मौत हो गई और २५ घायल हैं। ये
लोग उन हजारों श्रद्धालुओं में शामिल थे जो महाकुंभ का स्नान करके लौट रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि यह घटना उस समय हुई जब
तीर्थयात्रियों का भारी समूह फुटऑवर-ब्रिज से प्रस्थाव नं ६ पर पहुंचने का प्रयास
कर रहा था कि अचानक उन्हें रोक लिया गया।
कुछ लोगों का यह भी आरोप है कि भीड़ को
तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया, पर पुलिस अधिकारी इससे इंकार कर रहे
हैं। भगदड़ से प्रभावित अधिकांश लोग उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली और महाराष्ट्र राज्यों के निवासी
हैं। जिनकी पहचान नहीं हो सकी है उनके शव इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज में रखे गए हैं।
क्रू मेला क्षेत्र के सेक्टर १२ में हुई भगदड़ की एक अन्य घटना में एक महिला सहित
दो तीर्थयात्रियों के मारे जाने की खबर है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस
दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और रेल मंत्रालय को सभी संभव सहायता उपलब्ध
कराने के निर्देश दिये है। डॉ. सिंह ने केंद सरकार के विभागों को भी निर्देश दिया
है कि राहत और बचाव कार्यों में उत्तर प्रदेश सरकार को हर संभव सहायता दें।
रेलमंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा कि दिल्ली और उत्तरप्रदेश में विशेष हेल्पलाइन
सेवा शुरू की गई है।
तीन जगह तो दिल्ली में हमारे न्यू डेली, ऑल्ड डेली और निजामुद्दीन और लखनऊ और
कानपुर, इलाहाबाद तो हैं ही हैं। वहां हेल्पलाइन सेटअप की गई हैं। २४ घंटे
चलेंगी, लोग उनपर अपनी खबर ले सकते हैं। इलाहाबाद का हेल्पलाइन नंबर है-०५३२१०७२, ०५३२-२४०८१४९ और ०५३२२४०८१२८, झांसी का हेल्पलाइन नंबर है-०५१०१०७२, बांदा का -०५१९२२२७५४३ और ०५१९२२२७५४३, आगरा का -०५६२१०७२ और ०५६२२४२१०४१ और
कानपुर का नंबर है-०५१२१०७२ और ०५१२२३२३०१५ ।
उत्तर प्रदेश सरकार ने भगदड़ की घटना के
जांच के आदेश दे दिए हैं और रेलवे से श्रद्धालुओं की सुचारू आवाजाही के उचित
प्रबंध करने को कहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष से
घटना की जांच करने को कहा है। राज्य सरकार ने इस घटना में मारे गए प्रत्येक
व्यक्ति के परिवार को ५ लाख रूपए की अनुग्रह राशि देने की मंजूरी दी है। इलाहाबाद
मे कल मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ में स्नान के लिए तीन करोड़ से ज्यादा लोग
जमा थे।
वहीं दूसरी ओर, इलाहाबाद में हुए हादसे में यूपी सरकार
पर संवेदनहीनता के आरोप भी लग रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिस वक्त ये दुर्घटना
हुई, उस समय सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दल-बल के साथ सैफई में मौजूद
थे। मुलायम सिंह के गांव सैफई में रविवार रात उनके भाई के बेटे की शादी थी। इस
शादी में मुलायम सिंह पार्टी के तमाम बड़े नेताओं के साथ शामिल थे।
हादसे के घंटों बीतने के बाद भी यूपी
सरकार की तरफ़ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। काफी वक्त बीत जाने बाद राज्यमंत्री
गायत्री प्रसाद प्रजापति सामने आए तो उन्होंने रटा रटाया जवाब दिया कि जांच में
दोषी पाए गए लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
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