सोमवार, 11 फ़रवरी 2013

उमर उवाच:अफजल को फांसी देना ठीक नहीं

उमर उवाच:अफजल को फांसी देना ठीक नहीं

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के फैसले से खुद को अलग करते हुए कहा है कि वह इस फैसले से सहमत नहीं हैं। इतना ही नहीं उन्होंने इस कदम के समय और इसके ढंग पर भी सवाल उठाया।
एक समाचार चौनल से बातचीत करते हुए उमर ने रविवार को कहा, एक प्रधानमंत्री और एक मुख्यमंत्री की हत्या के मामले में फांसी की सजा पा चुके लोग अभी जीवित हैं। उनकी सजा पर अमल नहीं किया गया, जबकि उनका अपराध इस घटना से पहले का है। इसके बावजूद उन लोगों से पहले इस फांसी पर अमल कर दिया गया।
उमर को तकलीफ इस बात की भी है कि उन्हें इस मामले में पहले विश्वास में नहीं लिया गया। इससे पहले अजमल कसाब के मामले में उनसे विचार-विमर्श किया गया था। मगर, इस मामले में उन्हें फैसले में शामिल नहीं किया गया। अमल से कुछ घंटे पहले सिर्फ सूचित कर दिया गया। उन्होंने कहा, श्काश हमें परिवार को सूचित करने का अधिकार दिया गया होता।श्
फांसी में बरती गई गोपनीयता पर भी उन्होंने सवाल खड़ा किया। उनके मुताबिक परिवार को पहले बताया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से जम्मू कश्मीर के लोगों में यह भावना बढ़ेगी कि उनके साथ इंसाफ नहीं होता।

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