सिवनी से नहीं चल
पाएगी पेंच व्हेली ट्रेन!
(संजीव प्रताप
सिंह)
सिवनी (साई)। रेल
बजट को लेकर उलटी गिनती आरंभ हो चुकी है। इस बार भी हर बार के ही मानिंद सिवनी के
निवासियों को रेल बजट में ब्राडगेज का झुनझुना भी बजाने को नहीं मिलने वाला है।
कमजोर नेतृत्व के कारण सिवनी में ब्राडगेज का ना आ पाना निश्चित तौर पर निंदनीय ही
माना जा रहा है। दो दो सांसदों के होते हुए भी सिवनी जिला ब्राडगेज के लिए बुरी
तरह तरस रहा है।
गौरतलब है कि पिछले
साल उम्मीद की जा रही थी कि छिंदवाड़ा से इंदौर जाने वाली पेंचव्हेली, रेल गाड़ी को भगवान
शिव की नगरी सिवनी से चलने का गौरव मिल सकेगा। सालों साल परासिया से भोपाल जाने
वाली रेलगाड़ी अब छिंदवाड़ा से इंदौर तक जा रही है।
रेल्वे बोर्ड के
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि छिंदवाड़ा से सिवनी होकर नैनपुर के
अमान परिवर्तन को अगर नेता चाहें तो पल भर में अनुमति दिलवा सकते हैं। इस रेल खण्ड
की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि अमान परिवर्तन में केवलारी से नैनपुर खण्ड में
वनभूमि की कुछ बाधा आ सकती है किन्तु सिवनी से छिंदवाड़ा तक का हिस्सा इससे पूरी
तरह से मुक्त है।
विभागीय सूत्रों ने
साई न्यूज को आगे बताया कि इसके निर्माण के लिए मृदा परीक्षण का काम युद्ध स्तर पर
किया जा रहा था किन्तु अचानक ही इस काम को मंथर गति से संचालित करवाना आरंभ कर
दिया गया है। इसके पीछे महाकौशल के ही एक जिम्मेदार और महाबली संसद सदस्य के
द्वारा दिए गए निर्देशों को ही मुख्य रूप से जवाबदार माना जा रहा है। सूत्रों का
कहना है उक्त महाबली सांसद अपने संसदीय क्षेत्र का काम तेज गति से करवाना चाह रहे
हैं इसीलिए उन्होंने बाकी जिलों के ब्राडगेज के काम पर ग्रहण ही लगवा दिया है।
उधर, रेल्वे बोर्ड के एक
अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस
साल के बजट में सिवनी जिले के नागरिक कुछ भी मिलने की उम्मीद ना पालें, इसका कारण यह है कि
सिवनी जिले के दोनों सांसदों, भारतीय जनता पार्टी के के।डी।देशमुख एवं
कांग्रेस के बसोरी सिंह मसराम द्वारा जिले के लिए ना तो कोई प्रस्ताव ही भेजे और
ना ही छिंदवाड़ा नैनपुर के अमान परिवर्तन के लिए कोई संजीदा प्रयास ही किए हैं।
गौरतलब है कि शतायु
हो चुके जबलपुर नागपुर नेरोगेज रेलखण्ड में 106.93 किलोमीटर के गोंदिया से नैनपुर
का काम 13 अप्रेल 1903 में तो नैनपुर से बरगी के 82.83 किलोमीटर के रेलखण्ड का काम
5 जुलाई 1904, बरगी से
जबलपुर के हाऊबाग (बोलचाल में हवाबाग) के 25.91 किलोमीटर के रेलखण्ड का काम 7
अप्रेल 1905 तो हाऊबाग से जबलपुर के 2.2 किलोमीटर रेलखण्ड का काम 15 सितम्बर 1905
में पूरा हुआ था। नागपुर से मण्डला फोर्ट बरास्ता छिंदवाड़ा, सिवनी, नैनपुर रेलखण्ड को
सतपुड़ा लाईन्स के नाम से भी जाना जाता था।
(क्रमशः जारी)
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