शुक्रवार, 8 मार्च 2013

यह है आजाद भारत की तस्वीर! 13 करोड़ घरों में नहीं है शौचालय?


यह है आजाद भारत की तस्वीर! 13 करोड़ घरों में नहीं है शौचालय?

(प्रदीप चौहान)

नई दिल्ली (साई)। भारत गणराज्य को आजाद हुए पेंसठ साल होने को आए पर आजाद भार में आज भी तेरह करोड़ घरों में शौचालय की सुविधा ही उपलब्ध नहीं है। आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्री अजय माकन ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के आंकडों के अनुसार, देश में करीब 13.09 करोड परिवारों के घरों के परिसर में शौचालय की सुविधा नहीं हैं इनमें से 1.47 करोड परिवार शहरी क्षेत्र में और 11.62 करोड परिवार ग्रामीण क्षेत्र में हैं।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 की जनसंख्या के आंकडों के मुताबिक, पेयजल की सुविधा से वंचित 4.33 करोड परिवारों में से करीब 63 लाख परिवार शहरी क्षेत्र में और 3.7 करोड परिवार ग्रामीण क्षेत्र में हैं।
माकन ने सी पी नारायण के पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि बेघर परिवारों के संबंध में जनगणना 2011 में आंकडे जारी नहीं किए गए हैं। लेकिन जनगणना 2011 के अनुसार, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो में कुल बेघर परिवार साढे चार लाख थे और दोनों ही क्षेत्रों में कुल बेघर लोगों की संख्या 19 लाख थी।
उन्होंने बताया कि जनगणना 2011 के आंकडों के अनुसार, देश में करीब 21.35 करोड परिवारों के पास अपना मकान है तथा 2.73 करोड परिवार किराये के मकानों में रह रहे हैं। इनमें से शहरी क्षेत्र में 5.45 करोड परिवारों के पास अपना मकान है और 2.17 करोड परिवार किराये के मकानों में रह रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 15.89 करोड परिवारों के पास अपना मकान है और 56.4 लाख परिवार किराये के मकानों में रह रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: