0 सिवनी से नहीं चल पाएगी पेंच व्हेली
ट्रेन . . . 19
समेट रहे हैं नेरोगेज का बोरिया बिस्तर
(संजीव प्रताप सिंह)
सिवनी (साई)। लगभग सौ साल पुरानी
नेरोगेज रेल लाईन ब्राडगेज में तब्दील होगी या नहीं यह बात तोभ्ज्ञाविष्य के गर्भ
में ही है पर एक एक कर अब नेरोगेज में संसाधनों के अभाव में सामान समिटता दिख रहा
है। नेरोगजे के लिए नए डब्बों का निर्माण सालों से बंद हो चुका है इसलिए अब
छिंदवाड़ा से सिवनी होकर नैनपुर जाने वाली नेरोगेज रेल के डब्बे कम करना आरंभ कर
दिया गया है।
नागपुर स्थित डीआरएम कार्यालय के
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि नेरोगेज रेल के लिए तैयार होने
वाले नवीन डब्बों का निर्माण कई साल पहले ही बंद कर दिया गया है। मौजूदा डब्बों की
मरम्मत एवं रखरखाव का कामभ्ज्ञाी लगभग डेढ़ साल से बंद है, क्योंकि इनका रखरखाव नागपुर में किया
जाता था, और अब छिंदवाड़ा से नागपुर रेल खण्ड का अमान परिवर्तन आरंभ हो चुका है
इसलिए इस रेल खण्ड से नेरोगेज रेल अब नहीं गुजरती है।
अब अगर छोटी लाईन का इंजन और डब्बे ही
नागपुर नहीं पहुंच रहे हैं तो उनका रखरखाव किस तरह किया जाएगा। सूत्रों ने साई
न्यूज को आगे बताया कि यह रेल प्रशासन की मजबूरी है कि वे चाहकरभ्ज्ञाी इस मामले
में कुछ नहीं कर पा रहे हैं, मजबूरी में रेल प्रशासन को यात्रियों की
बढ़तीभ्ज्ञाीड़ के बादभ्ज्ञाी अप्रिय कदम उठाना पड़ा है।
रेल प्रशासन ने अब सिवनी से होकर गुजरने
वाली रेल में दस डब्बों की संख्या घटाकर आठ कर दी है। यह डिब्बों निर्णय डिब्बों
की कमी को देखते हुए मजबूरी में लिया गया है। सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया
कि आने वाले समय में डब्बों की संख्या घटकर छः हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं
होना चाहिए।
उधर, रेल्वे प्रशासन ने गर्मी को देखकर बड़े
शहरों में इंतजामात पुख्ता किए हैं।भ्ज्ञाारतीय रेलवे ने होली के अवसर पर
यात्रियों कीभ्ज्ञाीड़ को देखते हुए व्यापक इंतजाम किए हैं। इस अवसर पर विशेष
रेलगाड़ियों के ३६० से ज्यादा फेरे होंगे। यात्रियों की अतिरिक्तभ्ज्ञाीड़ से निपटने
के लिए विशेष रेलगाड़ियां १७ प्रचलित मार्गों पर चलाई जाएंगी। इनमें से ४
रेलगाड़ियां अनारक्षित होंगी, ३ पूरी तरह वातानुकूलित होंगी तथा ८ को
सुपर फास्ट का दर्जा दिया गया है। होली के अवसर पर नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, बेंगलौर, जम्मू-तवी, जयपुर, गुवाहाटी, लखनऊ, पुणे, गोरखपुर, पटना, डिब्रूगढ़, बनारस, दरभंगा, बरौनी, बरेली, सिकंदराबाद जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों को
जोड़ने वाली विशेष रेलगाड़ियां चलाई जाएंगी।
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