4 मई तक ज्यूडिशियल रिमांड पर सर्किल जेल का
मेहमान बना फिरोज
(संजीव प्रताप सिंह / नीलेश स्थापक)
लखनादौन / सिवनी
(साई)। झाबुआ पावर लिमिटेड के कथित कर्मचारी फिरोज को चार मई तक के लिए ज्यूडिशियल
रिमांड पर सर्किल जेल सिवनी भेजा गया है। पुलिस ने आरोपी की पुलिस रिमांड चाही थी
किन्तु आरोपी को ज्यूडिशियल रिमांड दी गई है। आरोपी फिरोज आज शाम सात बजे लखनादौन
के कोर्ट में पेश किया गया।
मौके पर मौजूद
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया ब्यूरो से नीलेश स्थापक और सीएनबीसी संवाददाता काबिज खान
ने दूरभाष पर बताया कि आरोपी को भारी पुलिस बल के बीच लखनादौन के न्यायालय में ले
जाया गया। लखन कुंवर की नगरी लखनादौन के कोर्ट के बाहर लगी भीड़ को देखकर लोगों के
आक्रोश का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता था।
जैसे ही आरोपी को
लेकर पुलिस कोर्ट के पास पहुंची आक्रोशित भीड़ बेकाबू हो गई और उसने जूतों चप्पल से
फिरोज की पिटाई करने का प्रयास किया। महिलाएं बच्चे, नौजवान इस कदर
आक्रोश मे ंथे कि पुलिस को स्थिति काबू करने में पसीना आ गया। पुलिस ने हल्के बल
प्रयोग से भीड़ को दूर भगाया।
लखनादौन में कोर्ट
के आसपास लगी भीड़ को देखकर इस बात का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि क्षेत्र
के लोगों में इस दुधमुंही के साथ हुए दुष्कर्म से कितना आक्रोश है? वहीं जिले भर में
सिवनी की गुडिया के साथ हुए दुष्कर्म की निंदा और भर्तस्ना का दौर जारी है।
ज्ञातव्य है कि देश
के मशहूर उद्वद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी
प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के द्वारा सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य
घंसौर विकासखण्ड में एक पावर प्लांट की आधार शिला रखी जा रही है। इस पावर प्लांट
के निर्माण के पूर्व हुई जनसुनवाई के दौरान संयंत्र प्रबंधन ने स्थानीय कुशल और
अकुशल मजदूरों को रोजगार देने का वायदा प्रदेश सरकार से किया था।
इस पावर प्लांट में
स्थानीय और महाकौशल के कांग्रेस और भाजपा के नेता नुमा ठेकेदारों ने संयंत्र
प्रबंधन को बरगलाकर निर्माण कार्यों की धुरी अपने इर्द गिर्द समेट रखी है। पावर
प्लांट के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस पावर प्लांट में
मजदूरों की भर्ती एक स्थानीय नेतानुमा ठेकेदार की इजाजत के बिना नहीं होती है।
पुलिस सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी की गुडिया के दुष्कर्म का आरोपी फिरोज
इसी पावर प्लांट का कर्मचारी है जबकि पावर प्लांट के रवींद्र सिंह ने गत दिवस
चर्चा के दौरान फिरोज का पावर प्लांट का कर्मचारी होने से इंकार किया था। सवाल यह
उठता है कि अगर वह पावर प्लांट का कर्मचारी नहीं था तो बिहार का निवासी फिरोज आखिर
घंसौर में इतने दिनों तक कर क्या रहा था?
0 स्थति में नहीं हुआ कोई सुधार सिवनी की
गुड़िया की
गत 17 अप्रैल को दरिदंगी
का शिकार हुई घंसौर की मासूम गुडिय़ा नागपुर के केयर अस्पताल में अब भी बेहोशी की
हालत में है। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के नागपुर ब्यूरो से आशीष कौशल ने खबर दी है
कि मेडिकल बुलेटिन में चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची की हालत में किसी प्रकार का
सुधार नहीं है और न ही उसे चेकअप के लिए किसी अन्य अस्पताल में ले जाया जा सकता
है। लगभग 08 दिनों से
बेहोशी की हालत में पड़ी मासूम गुडिय़ा का ब्रेन और हार्ट ने भी काम करना बंद कर
दिया है।
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