पांचाली बन गए
कांग्रेस के कार्यकर्ता
(सुजीत श्रीवास्तव)
मोहनखेड़ा (साई)।
मध्य प्रदेश के कांग्रेस के कार्यकर्ता महाभारत काल की पांचाली बनकर रह गए हैं। जी
हां, यह बात आज
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के द्वारा कार्यकर्ताओं से पूछने पर सामने आई।
दरअसल, राहुल
गांधी ने कार्यकर्ताओं से पूछा कि कांग्रेस में कितने गुट हैं, कार्यकर्ता कुछ देर
तो खामोश रहे फिर बोले पांच हैं महाराज। इसके बाद उनके बीच कानाफूसी होने लगी कि
पांच नेताओं के बीच कार्यकर्ता पांचाली की तरह ही बंट रहे हैं।
आज संसदीय निर्वाचन
क्षेत्रों के निर्वाचित प्रतिनिधियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए
उन्होंने उनसे पार्टी के मामलों में बड़ी भूमिका निभाने को कहा। मध्य प्रदेश में
कांग्रेस गुटबाजी से जूझ रही है और यही हाल रहा तो अगले विधानसभा चुनाव के बाद भी
कांग्रेस को सत्ता नहीं मिल पाएगी। इस सच्चाई से पार्टी के प्रतिनिधियों ने
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अवगत करा दिया है। विभिन्न
प्रतिनिधियों ने गांधी को बताया है कि राज्य में कांग्रेस पांच गुटों में बंटी हुई
है।
राहुल गांधी बुधवार
को मध्य प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर धार जिले के मोहनखेड़ा पहुंचे। गांधी ने इस
दौरान युवक कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लिया और पार्टी
प्रतिनिधियों, सांसद, विधायक, चुनाव में हारे
उम्मीदवारों और पंचायत व नगरीय निकाय के प्रतिनिधियों से चर्चा की। प्रतिनिधियों
से चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने साफ तौर पर कहा कि वे केंद्र द्वारा संचालित
योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम करें। पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी नहीं
होनी चाहिए।
राहुल ने
प्रतिनिधियों से पूछा कि राज्य में कांग्रेस का क्या हाल है। इस पर कार्यकर्ता कुछ
देर तो खामोश रहे,
फिर कहा कि राज्य में गुटबाजी है। नेताओं का नाम लेने से
प्रतिनिधि सकुचाए। प्रतिनिधियों को लगा कि नेताओं का नाम लेना ठीक नहीं होगा। इतने
में राहुल ने कहा कि खुलकर बताएं कि राज्य में किस तरह की गुटबाजी है। फिर क्या था
मौजूद प्रतिनिधियों ने खुलकर कहा कि राज्य में पांच गुट हैं। यहां कांग्रेस
दिग्विजय, सिंधिया, कमलनाथ, भूरिया व पचौरी गुटों
में बंटी है। राहुल ने प्रतिनिधियों से ही पूछ डाला कि इसे कैसे खत्म किया जा सकता
है, तो
प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि संभागीय स्तर पर पार्टी के कार्यक्रम हों और उन
कार्यक्रमों में सभी नेताओं को एक मंच पर लाया जाए।
राहुल गांधी ने
विभिन्न चरणों में पार्टी के तमाम जिम्मेदार लोगों से अलग-अलग चर्चा की और सभी से
कहा कि वे गुटबाजी से अपने को दूर रखें। राहुल को कई प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया
कि वे संगठन से जुड़े लोगों को निर्देशित करें कि वे पार्टी की मजबूती के लिए काम
करें।
राहुल गांधी के दो
दिवसीय दौरे के पहले दिन पार्टी के कई प्रमुख नेता भी मौजूद थे। इनमें प्रदेश
प्रभारी बी. के. हरिप्रसाद, राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह, प्रदेशाध्यक्ष
कांतिलाल भूरिया, नेता
प्रतिपक्ष अजय सिंह,
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद सत्यव्रत
चतुर्वेदी, सज्जन सिंह
वर्मा, मीनाक्षी
नटराजन शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ने कई नेताओं से अलग-अलग व
बंद कमरे में भी चर्चा की। साथ ही उन्हें अपनी मंशा से भी अवगत करा दिया है।
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