चुनाव सिर पर घोषणा पत्र का पता नहीं!
(अखिलेश दुबे)
नई दिल्ली (साई)। लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और कांग्रेस भाजपा सहित सभी प्रत्याशियों के राष्ट्रीय, प्रादेशिक या स्थानीय घोषणा पत्रों का अता पता नहीं है। कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी हो चुका है और भाजपा ने आज घोषणा पत्र जारी किया है। अब सवाल यह है कि दो दिन में यह घोषणा पत्र बालाघाट और मण्डला लोकसभा क्षेत्र में किस तरह पहुंच पाएगा?
गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों में घोषणा पत्र की अपनी अलग अहमियत होती है। घोषणा पत्र से राजनैतिक दल का नजरिया स्पष्ट हो जाता है। इस बार प्रमुख राजनैतिक दलों के साथ ही साथ अन्य दलों ने भी घोषणा पत्र के मामले में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
नेताओं की मांग घटी
वहीं, राजधानी दिल्ली की सियासी फिजां में चल रही चर्चाओं के अनुसार सभी सियासी दलों के उम्मीदवारों ने बड़े नेताओं से पर्याप्त दूरी बनाकर रखी है। कांग्रेस की ओर से बालाघाट एवं मण्डला संसदीय क्षेत्र में राहुल गांधी, कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह तो भाजपा की ओर से नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान, समाजवादी पार्टी द्वारा मुलायम सिंह यादव को प्रचार हेतु बुलवाया गया था। आम आदमी पार्टी की ओर से स्टार प्रचारक का अभाव ही रहा।
सिवनी रहा उपेक्षित
वहीं सिवनी लोकसभा के विलोपन के बाद इसे उपेक्षा का संभावित दंश झेलने को मिल रहा है। सिवनी में शिवराज सिंह चौहान, मुलायम सिंह यादव के अलावा अब दिग्विजय सिंह ही प्रचार हेतु आने वाले हैं। सिवनी से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया ब्यूरो ने बताया कि सिवनी जिले में लोकसभा चुनाव की सुनबुन ही सुनाई नहीं दे रही है। सियासी दलों के प्रचार वाहनों से कई गुना ज्यादा प्रचार स्वीप प्लान का हो रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें