नही थमा शीतलहर का कहर
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)। देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली सहित देश भर में शीत लहर अपने शबाब पर है। चारों ओर खून जमाने वाली ठण्ड से लोगों घरों में दुबके हुए हैं। राहत की बात है कि इस समय शालाओं में क्रिसमस के चलते शीतकालीन अवकाश चल रहे हैं, जिससे छोटे बच्चों में राहत महसूस की जा रही है। अधिकांश प्रदेशों में शालाएं दो जनवरी से खुलने वाली हैं, तब ठंड की मारक क्षमता काफी ज्यादा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
लखनउ से दीपांकर श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य के पूर्वी जिलों में पिछले तीन-चार दिनों से धूप जिलों में पिछले तीन-चार दिनों से धूप निकलने के बावज निकलने के बावजूद कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गोरखपुर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गोरखपुर और और इसके आसपास के क्षेत्रों में अच्छी धूप निकलने के बावजूद सुबह-शाम गलनभरी ठंड पड़ रही है। अन्य पूर्वी जिलों में भी रात के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गयी है।
उधर पश्चिमी जिलों में ठंड औ उधर पश्चिमी जिलों में ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों में कुछ स्थानों पर तापमान में और गिरावट होने का अनुमान व्यक्त किया है। इस बीच प्रदेश के कुछ हिस्सों में घने कोहरे का प्रकोप बना हुआ है जिससे सड़क तथा रेल यातायात प्रभावित है। लम्बी दूरी तथा रेल यातायात प्रभावित है। रेलगाड़ियां काफी विलम्ब से चल रहीं है।
जयपुर से स्वाति मीणा ने खबर दी है कि प्रदेशभर में इस समय कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। शेखावाटी अंचल में कई स्थानों पर तापमान जमाव बिन्दु से नीचे बना हुआ है। सीकर और चूरु के लोग कंपकपाती सर्दी की चपेट में है। शीतलहर का जनजीवन पर भी असर पड़ा है। घने कोहरे के कारण रेल और सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है। कई रेलगाड़ियां देरी से चल रही है, जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बेघर और फुटपाथ पर रहने वालें लोगों को सर्दी से बचाने के लिए सरकार की ओर से रैन बसेरे बनाए गए है। मैदानी इलाकों में चूरु पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त शीतलहर की गिरफ्त में है। वहां आज पारा शून्य से सात दशमलव डिग्री नीचे दर्ज किय गया।
मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार गंगानगर और पिलानी में एक, भरतपुर में चार दशमलव नौ, बीकानेर में पांच, जैसलमेर में साढे पांच, वनस्थली में पांच दशमलव सात, रावतभाटा में 6 दशमलव चार, जयपुर में सात दशमलव एक, बूंदी में आठ दशमलव चार और डबोक में आठ दशमलव सात डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। उधर राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में भी कड़ाके की सर्दी का असर बना हुआ है। इसके बावजूद वहां पहुंचने वाले सैलानियों का उत्साह बना हुआ है और वे वहां के विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर देखे जा सकते है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि कडाके की सर्दी को देखते हुए राजस्थान से लगती अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर सतर्कता बढा दी गई है। सीमा सुरक्षा बल के सूत्रों के अनुसार धुंध और कोहरे की वजह से घुसपैठ की आंशका को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि सीमा पर तैनात बल के जवानों के साथ ही मुख्यालय से अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा गया है। कमांडेट स्तर के अधिकारी भी मुख्यालय के बजाय सीमा पर रह कर निगरानी रखेंगे।
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