बुधवार, 4 जनवरी 2012

मीडिया पर जमकर भड़की नीता


मीडिया पर जमकर भड़की नीता

कहा निजी कार्यक्रम के हास परिहास के क्षण मीडिया ने कर दिये षड़यंत्र कर कर दिये सार्वजनिक



(वेद बघेल)

सिवनी (साई)। पी.जी. कॉंलेज के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में बतौर विशिष्ट अतिथि के तौर पर पधारी श्रीमती नीता पटैरिया को जब मंच पर उद्बोधन हेतु आमंत्रित किया गया तो उन्होंने माइक संभालते ही भारत माता की जय के नारे लगाये और अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा आज के कार्यक्रम में मंच पर विराजमान ...इतना कहते ही उनकी नजर सामने खड़े मीडिया कर्मियों पर ़पड़ी तो वे अपने आप को रोक नहीं पायी और मुख्य अतिथि श्री बिसेन का नाम लेना छोड़ उन्होंने हाथ जोड़कर कहा भैया सब फोटोग्राफर से निवेदन है कि अच्छी अच्छी फोटो लेना.
श्रीमती नीता पटैरिया ने कहा जय प्रकाश (गजल गायक जो मुंबई से है) जी आये हैं हम बताना चाहेंगे कि आप तो बंबई में म्यूजिक डायरेक्ट करते हैं हमारे यहॉं भी होता है पता चला हम भाषण दें आपके सम्मान में और बाद में भाषण काट उसमें कुछ और जो़ड़ दिया जाये और उसे प्रसारित कर दिया जाये राष्ट्रीय स्तर पर. तो इसीलिये भैया (मीडिया वालों को संबोधन) अच्छी अच्छी खीचना.
श्रीमती नीता पटैरिया ने कहा भैया हम जो कहें, हम जैसा हिले (एक्टिंग करते हुए) वैसा ही खीचना नहीं तो बड़ा बुरा लगता है. मैसेज भी राष्ट्रीय स्तर पर गलत जाता है. इसीलिये जो हम हैं वैसे ही फोटो खीचना. ऐसा मत करना की हम भाषण कुछ दे और उसकी जगह गाना आ जाये और राष्ट्रीय स्तर पर यह प्रसारित हो जाये कि अब नीता पटैरिया गाना भी गाने लगी. इतना कह नीता पटैरिया ने उपस्थित छात्र छात्राओं की ओर मुखातिब होकर कहा ऐसा भी होता है बच्चों ये हमने तुम्हे बताया है.
इसके बाद कुछ देर के औपचारिक भाषण के बाद पुनः श्रीमती नीता पटैरिया पत्रकारों पर भड़कने लगी. उन्होंने कहा कि ये मेरी विधानसभा है मेरे लोग यहॉं बैठे हैं मैं अपनी बात खत्म करके रहूंगी. उन्होंने कहा मेरे प्यारे बच्चों 25 तारीख को (अटल जी के जन्म दिन के दिन) मैने अपना एक व्यक्तिगत कार्यक्रम आयोजित किया पहले इसे मैं घर पे आयोजित करने जा रही थी कैंपस छोटा था तो सोचा कि बाहर आयोजन कर लिया जाये. वो पब्लिक मीटिंग नहीं थी सरकारी कार्यक्रम नहीं था. वो मेरा कार्यक्रम था. मेरी थाली थी मेरा दीपक था. एक हास परिहास का मंत्री के साथ क्षण था कि उनने एक रूपया रखे और मैने उठाये और कहा कि ये मेरी दक्षिणा है. नीता पटैरिया ने कहा कि मैं ब्राम्हण हूँ वहॉं मैने किसी पुजारी को नहीं बुलाया था वो तो मैने केवल अपने कार्यकर्ताओं को भोजन पर बुलाया था. मेरे मंत्री ने कहा कि तुम मेरी ताई हों, तुम मेरी बहन हो तो मैने कहा कि ये सौ का नोट मेरा तो वे हॅंसे और मेरे पॉंव पढ़े. नीता पटैरिया ने कहा कि वो एक हास परिसाह का क्षण था जिसे कैसा दिखाया. श्रीमती नीता पटैरिया ने कहा कि मैं जानती हूँ कि मेरे सिवनी का मीडिया बहुत अच्छा है. और सिवनी के मीडिया की ही दम है कि नीता पटैरिया गृहणी से जनपद सदस्य और जनपद सदस्य से सांसद और अब विधायक है प्रदेश अध्यक्ष है. सिवनी के मीडिया ही ने मुझे इतनी बुलंदियों पर पहुँचाया कि आडवाणी जी नीता कहकर पुकारते हैं.
श्रीमती नीता पटैरिया ने चिल्लाते हुए हाथ ऊपर उठा कर दिखाते हुए कहा लेकिन एक ऐसा व्यक्ति विक्षिप्त जिसके  मन में ....थी ने मेरी आवाज को काट दिया उसकी जगह म्युजिक डाल दिया बकायदा प्लानिंग से षड़यंत्र करके उसे चलवाया और जब वो चला तो मेरे प्यारे भाई सभी भ्रमित हो गये. लेकिन इसका परिणाम नीता पटैरिया क्या भुगतेगी ? आज विधायक हैं कल पार्टी टिकिट देगी तो रहेंगे नहीं तो नहीं रहेंगे. .. इसके बाद श्रीमती नीता पटैरिया ने अपनी उपलब्धियों का बखान करना शुरू कर दिया जो कि उनकी उपलब्धि है ही नहीं.

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