शीतलहर कोहरे ने तोड़ी लोगों की कमर
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)। देश के उत्तरी भागों में न्यूनतम तापमान और गिरने से शीतलहर तेज हो गई है और पूरे क्षेत्र में कोहरे से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तापमान कुछ और नीचे आ गया और तड़के कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि अगले २४ घंटों के दौरान कश्मीर घाटी में हिमपात की संभावना है।
जम्मू काश्मीर स्थित साई ब्यूरो से नवनीता वर्मा ने खबर दी है कि नव वर्ष के आगमन के साथ ही कश्मीर घाटी आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि घाटी अभी इस मौसम की पहले व्यापक हिमपात की प्रतीक्षा कर रही है। मौसम विभाग ने वर्षा और हिमपात की संभावना जतायी है। फिलहाल लद्दाक की पूरी घाटी खुष्क शीतलहर की चपेट में हैं। घाटी आने वाले पर्यटकों को हिमपात की स्थानीय लोगों से भी ज्यादा चाहत है। राज्य सरकार ने पर्यटकों के लिए तमाम प्रबंध कर रखे हैं। इस वर्ष पहली बार गुलमर्ग के अलावा पहलगांव और सोनमर्ग में भी फ्लीस्किंग का आयोजन किया जा रहा है।
शिमला स्थित साई ब्यूरो का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में भी पर्वतीय क्षेत्रों में तापतान शून्य से नीचे रिकॉर्ड किया गया। हिमाचल प्रदेश की जनजातीय इलाकों में सुबह और शाम कड़ाके की ठंड के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। प्रदेश के प्रमुख पर्यटक स्थलों से बर्फबारी अभी फिलहाल नदारत है, लेकिन तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। शिमला का न्यूनतम तापमान कल रात दो दशमलव छह डिग्री सेल्सियस रहा जबकि अधिकतम तापमान १२ दशमलव नौ डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पहाड़ में रह रहे लोग बर्फबारी का बेसब्री से इंताजर कर रहे हैं ताकि ठंड कुछ कम हो सके।
नवनीता वर्मा ने आगे बताया कि पूरे प्रदेश में बीते कई दिनों से अच्छी वर्षा न होने से बागवानों को अपनी फसलों तथा फलदार पौधों के बारे चिंता बढ़ने लगी है। आज भी अच्छी वर्षा के प्रतिकूल प्रदेशभर में मौसम खुश्क रहा। प्रदेश में किसानों की 50 प्रतिशत से ज्यादा गंदम की फसल पीली पड़नी शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने हालांकि अगले एक दो दिनों में प्रदेश में वर्षा होने की उम्मीद जताई है लेकिन फिलहॉल किसान बादलों की आंख मिचौली के बीच मायूस हो रहे हैं। पिछले 24 घण्टों के दौरान प्रदश में सबसे न्यूनतम तापमान केलंग में शून्य से 6 दशमलव एक डिग्री सैल्सियस नीचे रिकार्ड किया गया।
उधर मैदानी इलाकों में रायुपर से साई ब्यूरो अभय नायक का कहना है कि आने वाले चौबीस घण्टों में बादल छंटने के बाद एक बार फिर से राज्य में ठण्ड बढ़ने के आसार है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में आया चक्रवात का असर अब छत्तीसगढ़ पर कम हो गया है। इसी वजह से बारिश थम चुकी है, लेकिन नमी के कारण बादल छाए हुए हैं। इसके चलते ठण्ड में कमी महसूस की जा रही है। आगामी चौबीस घण्टों में मौसम शुष्क रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घण्टों के दौरान बिलासपुर और बस्तर संभाग के कुछ स्थानों में हल्की बारिश दर्ज की गई। सभी संभागों के न्यूनतम तापमान में मामूली बदलाव हुआ। इस दौरान सबसे कम तापमान चौदह डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर और पेण्ड्रारोड में दर्ज किया गया।
राजस्थान से साई ब्यूरो शैलेन्द्र का कहना है कि समूचा राजस्थान शीतलहर से कांप रहा है। हाड़ गला देने वाली ठण्ड ने लोगों की सांसें थाम रखी हैं। प्रदेश में तेज सर्दी का दौर बना हआ है। मांउट आबू में जहॉं न्यूनतम तापमान जमाव बिंदू पर बना हुआ है। वहीं चूरू में न्यूनतम तापमान दो दशमलव सात डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसक अलावा बीकानेर में न्यूनतम पांच दशमलव तीन जोधपुर में 6 दशमलव चार और डबोक मे 6 दशमलव सात डिग्री सेल्सियस रहा। बीकानेर में जिला प्रशासन ने तेज सर्दी के कारण आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया है और बारहवीं कक्षा तक के स्कूलों का समय बदल दिया है।
उधर चंडीगढ़ से साई ब्यूरो ने समाचार दिया है कि जिला फतेहबाद क्षेत्र मे पड़ रही ठण्ड एंव धंुध को देखले हुए जिले भर के सभी स्कूलों का समय 10 बज कर दिया गया है। प्रषासन ने ये आदेष भी दिए है कि बच्चों लाने वाले वाहनों की स्थिति अच्छी हो, उन पर फोग लाईट लगी तथा प्रत्येक वाहन के साथ स्क्ूल का एक जिम्मेवार प्रतिनिधि हो।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें