गुरुवार, 16 फ़रवरी 2012

आकाशवाणी का साहित्य सम्मेलन


आकाशवाणी का साहित्य सम्मेलन

(सविता सांघवी)

शिमला (साई)। आकाशवाणी शिमला द्वारा आयोजित दो दिवसीय साहित्य सम्मेलन शिमला के गेयटी थियेटर में शुरू हुआ जिसका उद्घाटन आकाशवाणी के महानिदेशक लीलाधर मंडलोई ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने कहा कि आकाशवाणी के इस तरह के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य पहाड़ी क्षेत्रों की प्राचीन सभ्यता व ंसंस्कृति के संरक्षण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को बल देना है।
मंडलोई ने कहा कि सम्मेलन से साहित्यकारों को जहां एक मंच पर विचारों के आदान प्रदान का अवसर मिलता है वहीं लोगों को साहित्य के बारे में जानकारी मिलती है। आने वाली पीढ़ियां इन्हें सुन सकती हैं। सम्मेलन के पहले दिन आज लोक संस्कृति, जनजातीय संस्कृति, साहित्य व पहाड़ी समाज विषय पर कवियों और साहित्यकारों ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। इसके अलावा काव्य पाठ का आयोजन भी किया गया जिसमें हिमाचल सहित उत्तराखण्ड के कवियों ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की।
सूचना व प्रसारण मन्त्रालय के गीत व नाटक प्रभाग की शिमला इकाई द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर आकाशवाणी शिमला के अभियान्त्रिकी निदेशक सुनील भाटिया, व कार्यक्रम प्रमुख देवेन्द्र महेन्द्रूू, दूरदर्शन शिमला के निदेशक ओम गौरी दत्त शर्मा, प्रदेश साहित्य अकादमी के सचिव तुलसी रमण तथा वरिष्ठ साहित्यकार गंगा प्रसाद बिमल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सम्मेलन के दूसरे दिन कल कहानी पाठ का आयोजन किया जाएगा।

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