लाहौल स्पीति में सर्वाधिक लिंगानुपात
(आशय अर्गल)
शिमला (साई)। लाहौल-स्पिति जिले को महिला लिंग अनुपात में देशभर में अब्बल आंका गया है। पिछले एक दशक के दौरान जिले में एक हजार पुरूषों के मुकाबले एक हजार 17 महिलाएं हैं। मुख्यमन्त्री प्रेमकुमार धूमल ने शिमला में कन्या शिशु के अधिकार व असंतुलित लिंग अनुपात पर भावी प्रभाव विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उदघाटन अवसर पर ये जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला होने के बावजूद लाहौल-स्पिति में लिंग अनुपात के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुआ है और इसका श्रेय सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों को जाता है। धूमल ने कहा कि वर्तमान जनगणना के अनुसार प्रदेश में एक हजार पुरूषो के मुकाबले 9 सौ 64 महिलाएं हैं।
उन्होंने कहा कि गर्भाधान पूर्व लिंग जांच दण्डनीय अपराध है और इसकी जांच करने व कन्या गर्भपात करने वालों की सूचना देने वालों को सरकार ईनाम देती है। मुख्यमन्त्री ने कहा कि ‘‘बेटी है अनमोल कार्यक्रम’’ के तहत गरीब परिवार की कन्या के जन्म के समय डाकघर में उसके नाम पर 51 सौ रूपये जमा किए जाते हैं जो बड़े होने पर उसे ब्याज सहित दिए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि न्यूनतम शिशु दर के लिए भी हिमाचल को देशभर में सर्वश्रेष्ठ आंका गया है। राज्य महिला कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष वीना ठाकुर ने इस मौके पर कन्या शिशु की सुरक्षा व कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी।
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