नहीं सुलझा माओवादियों के साथ विवाद
(धीरेंद्र कुमार)
भुवनेश्वर (साई)। ओडिशा सरकार के विभिन्न जिलों से २७ कैदियों को रिहा करने के फैसले के बावजूद माओवादियों की आंध्र-ओडिशा शाखा ने सरकार के लिए समय-सीमा ७ अप्रैल तक बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बीजू जनता दल के विधायक झिना हिकाका और इटली के नागरिक पाओलो बोसुस्को की सुरक्षित रिहाई के बदले जेल से छोड़े जाने वाले २७ कैदियों के नामों की कल घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने यह फैसला मानवीय आधार पर किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि माओवादी संगठन भी इसी तरह की भावना दिखाएंगे और विधायक झिना हिकाका और इटली के नागरिक को रिहा कर देंगे। बताया जाता है कि इटली के राजदूत ने ओडिशा सरकार के इस कदम का स्वागत किया है।
ज्ञातव्य है कि सरकार ने जिन बंदियों को छोड़ने को कहा है उनमें से १५ लोग चासी मुलिया आदिवासी संघ कोरापुट के कार्यकर्ता हैं। इसके अलावा ८ लोग वामपंथी उग्रवाद से जुड़े हुए हैं। ओड़िशा ऑर्गेनाइजिंग कमेटी ऑफ सीपीआई माओइस्ट के चार लोग इस रिहाई सूची में भी शामिल हैं।
रिहा होने वाले बंदियों के नाम की घोषणा करने के बाद मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक ने यह आशा व्यक्त कि है कि माओवादी गुट अनुरूप ढंग से एक विधायक और एक विदेशी पर्यटक को छोड़ना चाहिए। अब तक सरकार के इस निर्णय के बाद अपहरणकारी माओवादी गुट की ओर से कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो पाई है
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