महामहिम चुनाव के
लिए 6 नामांकन
(शिवेश नामदेव)
नई दिल्ली (साई)।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए कल ६ और उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरे। राष्ट्रपति
चुनाव के निर्वाचन अधिकारी और राज्य सभा के महासचिव वी. के. अग्निहोत्री ने उत्तर
प्रदेश के विनोद कुमार सिंह का नामांकन स्वीकार नहीं किया। श्री सिंह ने संसदीय
निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में अपनी प्रविष्टि की प्रमाणिक प्रति नहीं लगाई
और १५ हजार रुपये की जमानत राशि भी जमा नहीं की।
अब तक १८ उम्मीदवार
नामांकन भर चुके हैं लेकिन ६ नामांकन स्वीकार नहीं किये गये हैं। यूपीए उम्मीदवार
प्रणब मुखर्जी २८ जून को नामांकन पत्र भरेंगे। संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल
ने आकाशवाणी को इस बात की जानकारी दी। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष पी.ए. संगमा ने भी
राष्ट्रपति चुनाव के लिए अभी तक अपना पर्चा नहीं भरा है। श्री संगमा भाजपा, अकाली दल, अखिल भारतीय अन्ना
डीएमके और बीजू जनता दल के संयुक्त उम्मीदवार हैं।
इस बीच, कांग्रेस ने श्री
प्रणब मुखर्जी के साथ बहस करने की श्री पी ए संगमा की मांग नामंजूर कर दी है।
पार्टी ने संगमा की मांग को तर्कहीन बताते हुए कहा कि राष्ट्रपति का काम
अर्थव्यवस्था का प्रबंधन नहीं है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कल नई दिल्ली
में कहा कि संविधान में भारत के राष्ट्रपति को देश की अर्थव्यवस्था के संचालन का
कोई दायित्व नहीं दिया गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता
ने भारतीय जनता पार्टी के इस आरोप को भी गलत बताया कि राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे
पर आम सहमति इसलिये नहीं बनी क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन ने अपना उम्मीदवार तय करने
से पहले विपक्ष से बातचीत नहीं की। श्री
तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को समझना चाहिए कि राजनीति हमेशा अवसरवाद से
प्रेरित नहीं होनी चाहिए।
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