राजा का वनवास लगभग
पूरा: बन सकते हैं मंत्री
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)।
मध्य प्रदेश में दस साल तक लगातार राज करने वाले राघोगढ़ राजघराने के वंशज राजा
दिग्विजय सिंह का वनवास लगभग पूरा होने को है। 2003 में चुनाव हारते ही सक्रिय
राजनीति से दस सालों के वनवास की घोषणा को दिग्विजय सिंह ने निभाया और उनका वनवास
इस साल के अंत में पूरा हो रहा है।
राजा दिग्विजय सिंह
ने भले ही सक्रिय राजनीति से सन्यास लिया हो, पर कांग्रेस के संगठनात्मक पदों पर वे बने
रहे और अपने विवादित बयानों के चलते मीडिया की सुर्खियां भी खूब बटोरी हैं राजा
दिग्विजय सिंह ने। ज्ञातव्य है कि 2003 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के पूर्व
राजा दिग्विजय सिंह ने कहा था कि अगर वे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार
नहीं बनवा पाए तो दस साल के लिए वे राजनीति से दूर रहेंगे।
इधर कांग्रेस के
अंदरखाने से छन छन कर बाहर आ रही खबरों के अनुसार कांग्रेस अब बदलाव की बयार बहाने
को तैयार है और वह अपने अंदर कामराज योजना को लागू करने का मन बना रही है, जिसके तहत संगठन के
कुछ पदाधिकारियों को लाल बत्ती से नवाजकर सरकार में हिस्सेदारी दी जाएगी।
कांग्रेस के
सूत्रों का कहना है कि एआईसीसी चीफ सोनिया गांधी ने राजा दिग्विजय सिंह को यह
संकेत भी दिया है कि वे केंद्र में मंत्री बनने को तैयार रहें। उत्तर प्रदेश में
कांग्रेस को ठिकाने लगाने के आरोपों के बाद भी राजा दिग्विजय सिंह को सांसद ना
रहते हुए भी दिल्ली में साउथ एवेन्यू के स्थान पर बड़ा बंग्ला देने की तैयारी की जा
रही है जो इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में राजा की तूती केंद्र में
बोलने वाली है।
ज्ञातव्य है कि गत
मई माह में ही राजा दिग्विजय सिंह साउथ एवेन्यू के अपने बंग्ले को छोड़कर लोधी
स्टेट में 64 नंबर की कोठी जो केंद्रीय मंत्री व्ही.किशोर चंद देव के नाम से
आवंटित है। केंद्र सरकार द्वारा सरकारी खर्च पर इस बंग्ले में रंग रोगन और इसकी
साज सज्जा करवाई जा रही है। कहा जा रहा है कि अगले फेरबदल में राजा दिग्विजय सिंह
को केंद्र में लाल बत्ती से नवाजा जाना लगभग तय ही है।
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