दो वामपंथी प्रणव
के पक्ष में
(प्रियंका
श्रीवास्तव)
नई दिल्ली (साई)।
राष्ट्रपति चुनाव में सत्तारूढ़ यू पी ए के उम्मीदवार और वित्त मंत्री प्रणब
मुखर्जी को कल दो वामपंथी दलों का समर्थन प्राप्त हुआ। श्री मुखर्जी को समर्थन
देने के मुद्दे पर विपक्षी एन डी ए और वाम पंथी दल विभाजित हैं। एन डी ए के दो घटक
दल जनता दल-यूनाइटेड और शिव सेना ने श्री मुखर्जी को समर्थन देने का फैसला किया
है।
वाम दलों में
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और फॉरवर्ड ब्लॉक ने श्री मुखर्जी का समर्थन करने
का निर्णय लिया है,
जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और आर एस पी ने मतदान से
अनुपस्थित रहने की घोषणा की है। एन डी ए के संयोजक तथा जनता दल-यूनाइटेड प्रमुख
शरद यादव ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति पद के लिए श्री मुखर्जी के पक्ष में
है।
पूर्व प्रधानमंत्री
और जनता दल-सेक्युलर प्रमुख एच. डी. देवेगौड़ा ने कहा है कि उनकी पार्टी श्री प्रणब
मुखर्जी का समर्थन करेगी। भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व
लोकसभा अध्यक्ष पी. ए. संगमा के नाम की घोषणा की है। यह घोषणा पार्टी की वरिष्ठ
नेता सुषमा स्वराज ने की।
मार्क्सवादी
कम्युनिस्ट पार्टी के नेता प्रकाश कारात ने कहा है कि उनकी पार्टी श्री मुखर्जी की
उम्मीदवारी का समर्थन करेगी। यू पी ए के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी २८ जून को अपना
नामांकन-पत्र भरेंगे। कल शाम आकाशवाणी के साथ बातचीत में संसदीय कार्य मंत्री पवन
कुमार बंसल ने इसकी पुष्टि की। नामांकन-पत्र भरने का काम १६ जून को शुरू हुआ जो ३०
जून तक चलेगा।
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