25 को संभालेंगे प्रणव देश की कमान
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)।
प्रणब मुखर्जी बुधवार को देश के १३वें राष्ट्रपति का कार्यभार संभालेंगे। मुख्य
न्यायाधीश संसद भवन के ऐतिहासिक केन्द्रीय कक्ष में उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ
दिलाएंगे। यूपीए उम्मीदवार ७६ वर्षीय श्री मुखर्जी को कल जबर्दस्त बहुमत से
निर्वाचित घोषित किया गया।
उन्होंने लोकसभा के
पूर्व अध्यक्ष ६४ वर्षीय पी.ए. संगमा को पराजित किया। देश के इस शीर्ष संवैधानिक
पद के लिए श्री मुखर्जी को सात लाख १३ हजार से ज्यादा वोट मिले, जबकि श्री संगमा को
तीन लाख १५ हजार वोट मिले। श्री मुखर्जी ने अभूतपूर्व समर्थन व्यक्त करने के लिए
जनता का आभार व्यक्त किया।
नवनिर्वाचित
महामहिम ने कहा है कि वे सभी निर्वाचन मंडली को बधाई देना चाहते हैं और उनकी मदद
से सभी लोगों को जिन लोगों ने प्रणव मुखर्जी को इस मुकाम तक पहुचने में मदद की हैं
मुखर्जी ने संक्षेप में कहा कि वे यही कामना करते हैं कि सब कुछ ठीक ठाक ही रहे।
नई दिल्ली में अपने
आवास पर आए लोगों को श्री मुखर्जी ने भरोसा दिलाया कि वे देश के संविधान के
संरक्षण और सुरक्षा की जिम्मेदारी समुचित ढंग से निभाएंगे। उपराष्ट्रपति मोहम्मद
हामिद अंसारी ने श्री मुखर्जी को फोन पर बधाई दी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष
सोनिया गांधी, लोकसभा
अध्यक्ष मीरा कुमार,
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी और कई केन्द्रीय मंत्रियों ने
श्री मुखर्जी के आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी।
पश्चिम बंगाल की
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, जम्मू कश्मीर के
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई और डीएमके अध्यक्ष एम करूणानिधि ने भी श्री मुखर्जी को बधाई दी। श्री संगमा ने भी
श्री मुखर्जी को देश का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी है।
भारतीय जनता पार्टी
ने श्री मुखर्जी को बधाई दी है। पार्टी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि
श्री मुखर्जी सम्मानित व्यक्ति हैं और राष्ट्रपति भवन की शोभा बढ़ायेंगे। उद्योग
क्षेत्र ने भी श्री मुखर्जी को बधाई देते हुए नई जिम्मेदारी के लिए उनकी सफलता की
कामना की है। बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी सरकार और जनता की तरफ से
श्री मुखर्जी को हार्दिक बधाई दी।श्री प्रणब मुखर्जी ने अपने लम्बे राजनीतिक जीवन
में अनेक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं।
गौरतलब है कि
पश्चिम बंगाल के मिराती गांव में ११ दिसम्बर १९३३ को जन्मे श्री प्रणब मुखर्जी
कलकत्ता विश्वविद्यालय से इतिहास और राजनैतिक विज्ञान में एम. ए. और विधि स्नातक
है। श्री मुखर्जी ने अपना कॅरियर कोलकाता में पोस्ट ऐंड टेलीग्राफ डिपाटमेंट में
अपर डिवीजन क्लर्क के रूप में शुरू किया। वे कॉलेज में प्राध्यापक भी रहे और बाद में
उन्होंने पत्रकार के तौर पर भी काम किया।
उनके राजनीतिक जीवन
की शुरूआत १९६९ में प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के
साथ जुड़ने से हुई। वे श्रीमती गांधी के मंत्रीमंडल में पहली बार १९७३ में मंत्री
बने। अपने लगभग ५ दशक के राजनीतिक कॅरियर के दौरान उन्होंने सरकार में वाणिज्य, वित्त और विदेश
मामलों जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों को संभाला।
वे राज्य सभा और
लोक सभा में विपक्ष के नेता भी रहे। श्री मुखर्जी को कई सम्मान और उपाधियां भी दी
गईं। १९८४ में यूरोमनी मैंगजीन के सर्वेक्षण में उन्हें विश्व का सबसे बेहतरीन
वित्त मंत्री घोषित किया गया। २००८ में उन्हें देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक
सम्मान पदमविभूषण प्रदान किया।
इधर, समाचार एजेंसी ऑफ
इंडिया को मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटील के
सम्मान में आज संसद के केन्द्रीय कक्ष में विदाई समारोह आयोजित किया जाएगा।
आकाशवाणी दिल्ली से इस आयोजन का सीधा प्रसारण शाम पांच बजकर २५ मिनट से किया
जाएगा। यह प्रसारण राष्ट्रीय नेटवर्क पर उपलब्ध होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें