चुनिंदा रेलों में
चलेगा टीवी
(विपिन सिंह राजपूत)
नई दिल्ली (साई)।
आने वाले समय में भारतीय रेल अपनी चुनिंदा रेलगाडियों में यात्रियों की सुविधाओं
में इजाफा करने वाली है। राजधानी एक्सप्रेस, दुरांतो एक्सप्रेस व शताब्दी एक्सप्रेस जैसी
महत्वपूर्ण ट्रेनों में सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तक यात्रा करने वालों को
यात्रियों को अब ट्रेन में बैठे-बैठे बोर नहीं होना पड़ेगा। रिमोट का एक बटन
दबायेंगे और तेज गतिु से भाग रही ट्रेन में ही मन चाहे शास्त्रीय गायकों की गीत और
संगीत के धून ही नहीं, धारावाहिक और फिल्म का मजा ले पायेंगे।
रेल्वे बोर्ड के
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बोर्ड की बैठक में इस योजना पर
विचार किया गया। सूत्रों ने आगे बताया कि रेल बोर्ड द्वारा इस तरह की योजना जल्द
ही लागू करने की योजना है, लेकिन अभी तक आधिकारिक रूप से कोई सूचना जारी नहीं की गई है।
सूत्रों ने उम्मीद जाहिर कि की जल्द ही इस योजना पर काम शुरू हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार
यात्री ट्रेन में उस्ताद अलाउद्दीन का सरोद वादन, उस्ताद बिस्मल्ला
खान की शहनाई, डी
वेंटेस्वामी नायडू के वायलिन, टीआर महालिगम व पन्नालाल घोष की बांसुरी
वादन के साथ-साथ अलावा उस्ताद अलमान जान का थिरका और डागर बंधुओं का ध्रुपद गायन
का भी पूरा आनंद उठा पायेंगे।
संगीत सुनाने का
कार्य जल्द ही आरंभ होगा, इसके बाद लाइव टीवी लगाने का काम भी शुरू कर दिया जायेगा।
इसके अंतर्गत हर यात्री सीट के पीछे टीवी का स्क्रीन लगा होगा, इसके साथ ही हेड
फोन की भी व्यवस्था होगी, यदि सह यात्री को परेशानी हो तो हेड फोन का प्रयोग किया जा
सकता है। सिस्टम में किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर उसे ठीक करने के लिए हर कोच में
ऑपरेटर नियुक्त किये जायेंगे।
उधर, सूचना प्रसारण
मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि भारतीय रेल द्वारा आई
एण्ड बी मिनिस्टरी के ऑल इंडिया रेडियो प्रभाग की लाइब्रेरी से चुनिंदा संगीत के
धुनों की मांग की गयी है, साथ ही राजधानी एक्सप्रेस, दुरांतो एक्सप्रेस
व शताब्दी एक्सप्रेस में इसे प्राथमिक स्तर पर लागू किया जायेगा। इस परिवर्तन को
लेकर व्यावसायियों में विशेष उत्सुकता है। उनलोगें का कहना है कि जल्द से यह
सुविधा ट्रेनों में लागू हो जाये, ताकि ट्रेन का उबाऊ समय का भी लोग लुत्फ उठा
सके और सफर मजे में गुजरे।
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