बाढ़ राहत पर पीएम ने किया संतोष व्यक्त
(ज़ाकिया तस्मिन रहमान)
गुवहाटी (साई)।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा
प्रबंधन बल, सेना और
वायुसेना द्वारा चलाये जा रहे राहत और बचाव कार्यों पर संतोष व्यक्त किया है। डॉ०
सिंह ने कहा कि राहत और बचाव कार्य समाप्त हो जाने के बाद बाढ से नष्ट हुई
बुनियादी सुविधाओं की बहाली का काम शुरू किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने
कहा कि भारत सरकार सुनियोजित योजनाओं के जरिए क्षतिग्रस्त संपत्ति के निर्माण और
बाढ़ नियंत्रण कार्य के लिए भी सहायता प्रदान करेगी।ं हम यह सुनिश्चित करेंगे कि
राज्य में पर्याप्त मात्रा में अनाज और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध हो।
प्रधानमंत्री ने कल
राज्य के बाढ़ प्रभावित जोरहाट, लखीमपुर और धेमाजी जिलों का विमान से
सर्वेक्षण करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बाढ़ से हुए नुकसान का
आंकलन करने के लिए केन्द्रीय दल असम पहुंच गया है और उसकी रिपोर्ट के आधार पर
केन्द्र सरकार वित्तीय सहायता की राशि के बारे में अंतिम फैसला करेगी।
डॉ० मनमोहन सिंह ने
राज्य के लिए पांच सौ करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की। यू पी ए अध्यक्ष सोनिया
गांधी और असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने भी प्रधानमंत्री के साथ बाढ़ की स्थिति
का जायजा लिया। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के संवाददाता के अनुसार राज्य में बाढ़ और
भूस्खलन से अब तक ८१ लोगों की मृत्युु हो चुकी है।
प्रधानमंत्री
डॉक्टर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार और उसकी विभिन्न एजेंसी बाढ़ पीड़ित लोगों को हर
संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि तत्काल राहत के काम पूरे हो जाने पर सरकार मध्यावधि
और दीर्घावधि योजनाओं के जरिए बाढ़ नियंत्रण, मिट्टी का कटाव रोकने और दूसरे समस्याओं को
हल करने पर ध्यान देगी। असम सरकार ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि तत्काल और
मध्यम अवधि के लिए ११ हजार ३१६ करोड़ रूपया मंजूर किया जाए, इसमें से २० करोड़
रूपए से राष्ट्रीय उद्यान और अभ्यारण्य के मरम्मत और दूसरे कार्य किए जाएंगे।
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