बाबा के पीछे पड़ी
सरकार
(महेंद्र देशमुख)
नई दिल्ली (साई)।
काले धन के बारे में हल्ला बोलकर बाबा रामदेव ने कांग्रेस से पंगा ले लिया है। अब
कांग्रेस द्वारा बाबा पर शिकंजा धीरे धीरे कसा जा रहा है। बाबा के सहयोगी बाल किसन
को कानूनी दांवपेंच में उलझाने के उपरांत अब सरकार की एजंेंसियां बाबा की कंपनियों
की ओर कड़ा रूख अख्तियार कर रही हैं।
प्राप्त जानकारी के
अनुसार सरकारी एजेंसियां बाबा के ट्रस्टों, खातों, संपतत्तियों और उनकी कंपनियों की पड़ताल कर
रही हैं। इनकम टैक्स और सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट पहले ही रामदेव के ट्रस्टों को
नोटिस भेज चुके हैं,
अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उन पर शिकंजा कसना शुरू कर
दिया है। ईडी ने बाबा रामदेव और उनकी दो संस्थाओं के खिलाफ फेमा के तहत नोटिस जारी
किया है। नोटिस में 60 लाख के लेनदेन के मामले में विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून
(फेमा) के उल्लंघन का आरोप है।
इसके अलावा
इंग्लैंड में दान मिले द्वीप समेत बाबा रामदेव की विदेश स्थित करोड़ों की
संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी में जुट गया है। संबंधित देशों की सरकारों से
इन संपत्तियों और उनके मालिकों के बारे में आधिकारिक दस्तावेज मंगाए जाएंगे। विदेश
में इन संपत्तियों को हासिल करने के लिए रामदेव के निकट सहयोगी आचार्य बालकृष्ण के
पासपोर्ट का इस्तेमाल हुआ है।
सीबीआई पहले ही
बालकृष्ण का पासपोर्ट फर्जी होने के आरोप में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। मनी
लॉन्ड्रिंग रोकने के कानून के तहत फर्जी पासपोर्ट के जरिए हासिल की गई संपत्तियां
जब्त की जा सकती हैं। ईडी के सूत्रों के मुताबिक, बाबा की विदेश में
करोड़ों रुपये की संपत्तियां जिन ट्रस्टों के नाम हैं, उनमें बालकृष्ण ही
ट्रस्टी हैं।
समाचार एजेंसी ऑफ
इंडिया को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार बाबा की संपत्तियां नेपाल, मॉरीशस, इंग्लैंड और
अमेरिका में स्थित हैं। इनमें इंग्लैंड में पोद्दार दंपती द्वारा दिया गया एक
द्वीप भी शामिल है। ईडी इन संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त करने की प्रक्रिया
शुरू कर सकती है। अदालत द्वारा बालकृष्ण को दोषी करार ठहराए जाने के बाद ये
संपत्तियां स्थायी रूप से जब्त कर ली जाएंगी।
ईडी जल्द ही इस मामले में बालकृष्ण से पूछताछ करेगा। ईडी की नजर आस्था
टेलिविजन चौनल चलाने वाली बाबा रामदेव की कंपनी वैदिक ब्रॉडकास्टिंग पर भी है। इस
कंपनी में धन के प्रवाह और विदेश से आए धन की जांच भी शुरू कर दी गई है। ईडी के
सूत्रों ने बताया कि इस टीवी चौनल को मिले धन में कथित अनियमितता के लिए जल्द कारण
बताओ नोटिस भेजा जाएगा। एजेंसी को इस बारे में रिजर्व बैंक से रिपोर्ट मिल गई है।
इस मामले में विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के उल्लंघन का संदेह है। वैसे, रामदेव
और बालकृष्ण ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया
है।
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