बारिश का कहर हुआ
कम
(प्रियंका)
नई दिल्ली (साई)।
देश भर में बारिश का कहर अब थमना आरंभ हो गया है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में
राहत और बचाव कार्य प्रगति पर हैं। एमपी में भी अब बारिश थमती नजर आ रही है।
दिल्ली में बारिश ने कल अपना असर दिखाया था जिससे अनेक स्थानों पर यातायात
प्रभावित हुआ था।
लखनउ से समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से दीपांकर श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में
घाघरा नदी का जलस्तर कुछ स्थानों पर कम होना शुरू हो गया है, जिससे बाढ़ की
स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। लेकिन शारदा और सुहेली नदी में उफान के कारण लखिमपुर
खीरी जिले में स्थिति अब भी गंभीर है।
लखिमपुर खीरी जिले
में बाढ़ का प्रकोप जारी है। वहां की चार तहसीलों की पांच सौ एकड़ भूमि शारदा, घाघरा और सुहेली
नदियों की बाढ़ की चपेट में है। १४२ मकान और दो स्कूल भी बाढ़ के पानी में समा गये
हैं। बलिया और वाराणसी के बीच गंगा नदी भी उफान पर है। गोंडा में बाढ़ की तीव्रता
में कमी आई है। वहां घाघरा नदी खतरे के बिंदु से १३ सेंटीमीटर से नीचे आ गई है।
उधर, जयपुर से समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से शैलेन्द्र ने बताया कि राजस्थान के कई हिस्सों में
पिछले १२ घंटों के दौरान हल्की से सामान्य वर्षा हुई है। राजधानी जयपुर में पांच
सेंटीमीटर और उदयपुर में आठ सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग ने अगले
४८ घंटों में भारी वर्षा का अनुमान लगाया है। राज्य सचिवानल के सूत्रों ने समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राज्य सरकार ने जयपुर में पानी निकासी की व्यवस्था
सुधारने पर एक सौ करोड़ रूपये खर्च करने का फैसला किया है।
मौसम विभाग द्वारा
अगले ४८ घंटों में जयपुर सहित ग्यारह जिलों में भारी वर्षा की संभावना व्यक्त करने
के बाद प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जयपुर में कल रात से ही हल्की बरसात हो रही है।
जिससे कुछ निचले इलाकों में पानी भर गया, लेकिन स्थिति चिंता जनक नहीं है।
धौलपुर में तेज बरसात से जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस बीच जयपुर में कल रात
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर बारिश से उपजे हालात की समीक्षा की।
उन्होंने जयपुर में सिवेज और पानी के निकासी की व्यवस्था के लिए एक सौ करोड़ रुपये
मंजूर करने के साथ ही इस काम को जल्दी पूरा करने के भी निर्देश दिये।
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