जेल में एपील की
जिंदगी जिएगा कांडा
(महेंद्र देशमुख)
नई दिल्ली (साई)।
जेल के अंदर ब्लेडबाजों से घबराए गीतिका हत्याकांड के मुख्य आरोपी गोपाल गोयल
कांडा को हर माह छः हजार रूपए की राशि जेल के केंटीन से चीजें खरीदने को मिलेंगी।
यहां उल्लेखनीय है कि देश में सत्तर फीसदी जनता की दैनिक आय बीस रूपए से भी कम है
पर कांडा को हर रोज लगभग दो सौ रूपए मिलेंगे।
कभी राजाओं जैसी
जिंदगी जीने वाले पूर्व मंत्री गोपाल गोयल कांडा को जेल में रहते हुए हफ्ते में
केवल 1500 रुपये का
ही जेब खर्च मिल पाएगा। यानी महीने भर में वह अधिकतम 6000 रुपये खर्च कर जेल
कैंटीन से प्रॉडक्ट्स खरीद सकता है। सूत्रों ने बताया कि कांडा का बीपी बहुत अधिक
बढ़ने के बाद उसे हाई रिस्क वॉर्ड से निकालकर रोहिणी जेल के अंदर स्थित हॉस्पिटल
में भर्ती कराया गया है।
जेल में रहते हुए
कांडा को अभी तक कोई भी वीआईपी सुविधा नहीं मिली है। लेकिन जेल के सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि विधायक होने की वजह से उसे जल्द ही तिहाड़ की
जेल नंबर-1 या फिर 4 में शिफ्ट किया जा
सकता है। सूत्रों के मुताबिक, बुधवार दोपहर बाद कांडा का बीपी सामान्य से
अचानक बढ़कर 170/120 हो गया
था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इमर्जेंसी को देखते हुए कांडा को अस्पताल के
ही बेड पर भर्ती किया गया है। हालांकि अब उसका स्वास्थ्य सामान्य बताया गया है।
सूत्रों का कहना है कि कांडा जेल की ही दाल-रोटी खा रहा है। उसके आसपास किसी अन्य
कैदी को जाने की बिल्कुल मनाही है। सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं।
जेल के नियमानुसार
किसी भी कैदी से सप्ताह में दो बार उसके जानकार मुलाकात कर सकते हैं। एक मुलाकात
में अधिकतम 750 रुपये
कैदी को दिए जा सकते हैं। इस तरह से महीने में अधिकतम 6 हजार रुपये कैदी
को दिए जा सकते हैं। नींद न आने की वजह से वह नींद की गोली लेकर सो रहा है। गौरतलब
है कि एमडीएलआर एयरलाइंस की पूर्व एयर होस्टेस गीतिका शर्मा ने 5 अगस्त को अशोक
विहार स्थित अपने फ्लैट में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। दो पेज के सूइसाइड
नोट में उसने एयरलाइंस के चेयरमैन गोपाल गोयल कांडा और उसकी कंपनी की एचआर मैनेजर
अरुणा चड्ढा पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर
लिया है।
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