कांग्रेस में छोटा
होते जा रहा है सोनिया का कद !
मेडम से दो कदम
आगे नाथ
(हिमांशु कौशल)
सिवनी (साई)।
केन्द्र में सŸाारूढ़
कांग्रेस विकास के नाम पर सारा पैसा छिंदवाड़ा में झोंक रही है जबकि छिंदवाड़ा
लोकसभा सीट कांग्रेस 80 से जीतती आ रही है अगर एक उप चुनाव को छोड़ दे तो। वहीं
सिवनी, मंडला
लोकसभा सीट जहाँ कांग्रेस लंबे समय से हार रही है वहाँ की ओर कांग्रेस बिल्कुल
ध्यान ही नहीं दे रही है जबकि ये आदिवासी जिले हैं और आदिवासी कांग्रेस का वोट
बैंक माने जाते हैं। यहाँ तक की सोनिया गांधी की घोषणा के बाद भी मंडला फोर्ट बड़ी
रेल लाइन का काम शुरू नहीं हुआ जबकि कमलनाथ के क्षेत्र में सारे काम लगातार होते
जा रहे हैं इससे तो यही प्रतीत होता है कि कांग्रेस में सोनिया गांधी का कद छोटा
हो गया है और कमलनाथ जैसे मंत्रियों का बड़ा।
ज्ञातव्य है कि
छिंदवाड़ा में कांग्रेस 80 से लगातार जीतती आ रही है केवल एक उपचुनाव में भाजपा के
सुंदर लाल पटवा की जीत हुई थी। वहीं सिवनी लोकसभा सीट और मंडला लोकसभा सीट भाजपा
का गढ़ बनते जा रही है और कांग्रेस के परंपरागत आदिवासी वोट गोंडवाना और भाजपा की
ओर जाते जा रहे हैं जिसका एकमात्र कारण यह है कि कांग्रेस सिवनी और मंडला लोकसभा
सीट की ओर ध्यान ही नहीं दे रही है यहाँ तक की कांग्रेस के मंत्री अपनी राष्ट्रीय
अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री की घोषणा तक को नजर अंदाज करके चल रहे
हैं।
उल्लेखनीय है कि
सिवनी में बड़ी रेल लाइन की मांग वर्षों पुरानी है फिर चाहे रामटेक-गोटेगाँव रेल
लाइन की मांग हो या फिर छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट की। इन दोनों ही रेल लाइन के
लिये घोषणाए भी की जा चुकी है। रामटेक-गोटेगाँव के लिये स्वयं प्रधानमंत्री नरसिंह
राव ने सुश्री विमला वर्मा की मांग पर घोषणा की थी तो मंडला फोर्ट के लिये स्वयं
सोनिया गांधी ने घोषणा की थी उसके बाद भी अगर युद्ध गति से किसी रेल लाइन का काम
चल रहा है तो वो छिंदवाड़ा नागपुर का।
विदित हो कि 06
जनवरी 1996 में झोतेश्वर में तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव ने
केन्द्रीय मंत्री सुश्री विमला वर्मा की मांग पर जगतगुरू स्वामी स्वरूपानंद
सरस्वती जी महाराज की उपस्थिति में रामटेक-गोटेगाँव रेल लाइन की घोषणा की थी और ये
भी कहा था कि ये आदिवासी बेल्ट है अतः रेल बोर्ड को यहाँ फायदा नुकसान न देखकर
क्षेत्र के विकास की दृष्टी से नयी रेल लाइन डालना चाहिये। उन्होंने तत्कालीन
राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को यह आश्वासन भी दिया था कि इस महत्वपूर्ण रेल लाइन
के विस्तार संबंधी निर्णय जल्द लिया जायेगा।
इसी प्रकार गत
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मंडला आयी हुई थी जहाँ लोगों
ने उनसे बड़ी रेल लाइन की मांग की। लोगों की मांग सुन सोनिया गांधी ने मंच से यह
कहा था कि उन्हे आज तक पता नहीं था कि मंडला में बड़ी रेल लाईन नहीं है जबकि यहाँ
से बहुत बड़े बड़े नेता हुए हैं और उन्होंने घोषणा की कि अगर आप यहाँ से कांग्रेस को
जिताते हैं और कांग्रेस की केन्द्र में सरकार बनती है तो मंडला में बड़ी रेल लाइन
अवश्य आयेगी। श्रीमती सोनिया गांधी की इस घोषणा के बाद मंडला लोकसभा सीट से
कांग्रेस प्रत्याशी बसोरी सिंह मसराम की जीत हुई और केन्द्र में भी कांग्रेस की
सरकार बनी जबकि इसके पहले लंबे समय तक मंडला सीट से भाजपा के फग्गन सिंह कुलस्ते जीतते
आ रहे थे। सोनिया गांधी द्वारा खुले मंच से की गयी घोषणा के बाद लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी को जिताया
उसके बाद भी मंडला फोर्ट रेल लाइन का कुछ नहीं हो रहा।
यहाँ यह बात भी
विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने यह नीतिगत फैसला लिया था
कि 10 वर्ष में देश की जितनी भी नैरोगेज हैं उन्हें ब्राडगेज कर देना चाहिये। वर्ष
1996 के बाद 2004 तक केन्द्र में कांग्रेस की सरकार नहीं रही जिसके कारण इस नीतिगत
फैसले पर काम नहीं हो सका उसके बाद रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने देश की जो रेल
लाइन नैरोगेज से ब्राड गेज में कन्वर्ट नहीं हो पायी थी उनके नामों का उल्लेख कर
घोषणा की थी कि जो रेल लाइन गेज कन्वर्सन के लिये शेष रह गयी है उन्हें कांग्रेस
पूरा करेगी। लालू यादव ने जिन रेल लाइनों के गेज कन्वर्सन की बात कही थी उनमें
छिंदवाड़ा नैनपुर भी थी किन्तु उसके बाद भी छिंदवाड़ा नैनपुर रेल लाइन का काम शुरू
नहीं हो सका जबकि इस ट्रेक में कोई परेशानी ही नहीं है।
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