संस्कृत में छपें
निमंत्रण: उपाध्याय
(राहुल अग्रवाल)
बीकानेर (साई)।
बीकानेर, विप्र
फाउण्डेशन की बीकानेर जिला कार्यकारिणी द्वारा विप्र फाउण्डेशन की देव भाषा
प्रतिष्ठा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित किसन उपाध्याय के बीकानेर आगमन पर
स्थानीय लक्ष्मी हैरीटेज में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित
श्रोताओं को संबोधित करते हुए पण्डित किसन उपाध्याय ने कहा कि संस्कृत देवों की
भाषा है और इसी भाषा में सनातन धर्म के वेद आदि लिखे गए हैं। अतः समस्त विश्व की
गुरू भाषा होने का गौरव संस्कृत को प्राप्त होना चाहिए। उन्होंने ब्राह्मणों को
संबोधित करते हुए कहा कि समस्त ब्राह्मण अपने विभिन्न आयोजनों में जब निमंत्रण
पत्र छपाते है तो वो संस्कृत भाषा में छपवाए और अपने बालकों को संस्कृत भाषा का
अध्ययन करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि संस्कृत के ज्ञान से ही विकास
संभव है। साथ ही उन्होंने संस्कृत के विद्वानों आचार्यों शास्त्रियों को समाज में
समुचित आदर प्रदान करने की अपील भी की। इस अवसर पर विप्र फाउण्डेशन के जिला
अध्यक्ष गणेश बोहरा ने कहा कि समस्त ब्राह्मण अपने अपने हितों की रक्षा के लिए
संकल्पित हो और ब्राह्मणों के पुरातन गौरव को प्राप्त करें। इसके लिए जरूरी है कि
हमें अपनी जाति का मान हो और हम गौरव के साथ अपनेे आप को ब्राह्मण कहें। इस अवसर
पर जिला कोषाध्यक्ष रमेेश पारीक ने विप्र फाउण्डेशन की जिला शाखा द्वारा किए जा
रहे कार्यों के बारे में विस्तार से
जानकारी दी। इस मौके पर पुष्करणा ब्राह्मण समाज के छात्रावास के लिए जनार्दन कल्ला
और रामकिसन आचार्य द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की गई और उनके इस प्रयास के
लिए विप्र फाउण्डेशन द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। इस मौके पर विप्र
फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय श्रोती का भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया कि
उन्होने पण्डित किसन उपाध्याय को देव भाषा प्रतिष्ठा समिति का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
बनाया है।
इससे पूर्व एडवोकेट
मदन गोपाल पुरोेहित,
मनोज व्यास, मुकेश पुरोहित, रवि पुरोहित सहित
ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने पण्डित किसन उपाध्याय का इकलई व मालाए अर्पित कर
स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में जिला सचिव श्रीधर शर्मा ने सभी आगुन्तको का
आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन श्याम नारायण रंगा ने किया।
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