सफेद चादर से ढक गए
पूर्वोत्तर के पहाड़
(दीपमाला दत्ता)
शिमला (साई)।
हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में मौसम इन दिनों खुशनुमा है। राज्य की पर्वत
श्रृंखलाओं में बर्फ की सफेद चादर से नजारा मनमोहक हो उठा है। बर्फबारी से राज्य
के कुछ इलाकों में आवागमन पर इसका बुरा असर पड़ा है। ऊंची पहाडिय़ों पर बर्फबारी के
कारण मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। ठंड से बारालाचा दर्रे
सहित भरतपुर सीटी से दारचा तक मार्ग जोखिम भरा हो गया है।
बीआरओ के जवान
रोहतांग दर्रे में थोड़ी बहुत बर्फबारी होने पर रोहतांग मार्ग को खुला रखने का
प्रयास करेंगे। बीआरओ का कहना है कि जवान बारालाचा दर्रे के भरतपुर सीटी और दारचा
सहित रोहतांग मार्ग को खोलने में जुटे हैं। मौसम ने साथ दिया तो कुछ दिनों बाद सड़क
पर फिर गाडिय़ों दौड़ेंगी।
उधर, मनाली से समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने बताया कि पर्यटक स्थल रोहतांग सहित लाहौल और मनाली
की ऊंची पहाडिय़ों पर बर्फबारी का क्रम शुरु हो गया है। इसको देखते हुए लाहुलियों
ने मनाली का रुख करना शुरु कर दिया है। शनिवार को रोहतांग सहित घाटी की ऊंची
चोटियों में बर्फ की चांदी बिछ गई।
रोहतांग सहित भृगु
और दशौहर की पहाडिय़ों, धुंधी जोत, मनालसू जोत, हनुमान टिब्बा, मकरवेद, शिकरवेद और इंद्र
किला सहित घाटी की ऊंची चोटियों में हिमपात हुआ। ठंड बढ़ती देख घाटी के लोग लकड़ी व
अन्य गर्म उपकरणों की व्यवस्था में जुट गए हैं। गैस आसानी से नहीं मिलने के कारण
घाटी में लकड़ी की कीमतें आसमान छू रही हैं।
मौसम खराब होने से
सैलानियों ने भी गर्म कपड़ों की दुकानों का रुख कर लिया है। गर्म कपड़ों की दुकानों
सहित बिजली की दुकानों में भी चहल-पहल बढ़ गई है। बाजार के दुकानदारों का कहना है
कि मौसम खराब होने से हीटर सहित बिजली के गर्म उपकरणों की मांग बढ़ गई है।
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