अनचाहे एसएमएस से
मिल सकेगी अब छूट
(महेश रावलानी)
नई दिल्ली (साई)।
दूर संचार नियामक प्राधिकरण ट्राई ने अपंजीकृत टेली मार्किटिंग कंपनियों को थोक
में प्रचार वाले एसएमएस भेजने से रोकने के लिए रियायती दर पर प्रति दिन सौ एसएमएस
की सीमा तय कर दी है। ट्राई ने कहा है कि एक दिन में सौ से ज्यादा होने पर
प्रत्येक एस एम एस के लिए कम से कम ५० पैसे देने होंगे। इन निर्देशों पर १५ दिन
में अमल होना है। इसका उद्देश्य ग्राहकों को अनचाहे एस एम एस और फोन कॉल की मार से
बचाना है।
मोबाइल ऑपरेटरों से
कहा गया है कि वे ट्राई के आदेश के अनुसार वेब के जरिए अनचाहे संदेशों और कॉल्स की
शिकायत दर्ज कराने की व्यवस्था करे और शिकायत के लिए अलग ई-मेल पता दें। देखा जाए
तोट्राई ने अपने पिछले आदेश की आलोचना के बाद एसएमएस की लिमिट पर कोई रोक नहीं
लगाई है, बल्कि रेट
महंगे कर दिए हैं। पिछली बार ट्राई ने एक दिन में अधिकतम 200 एसएमएस की लिमिट
तय कर दी थी, जिसकी कड़ी
आलोचना हुई थी और ट्राई को अपना आदेश वापस लेना पड़ा था।
इस बार ट्राई ने
बीच का रास्ता निकाला है। अनरजिस्टर्ड कंपनियां अक्सर रियायती एसएमएस पैक और ऑफर
का फायदा उठाकर अपने प्रमोशनल मेसेज भेजती हैं। नए नियमों से इन पर शिकंजा कसा जा
सकेगा। स्पैम मेसेज की कंप्लेंट दर्ज कराने की प्रक्रिया भी आसान बना दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक,
इन नए नियमों से राहत नहीं मिली तो कुछ और सख्त कदम उठाए
जाएंगे।
ट्राई के नए उपायों
का तमाम मोबाइल ऑपरेटर कंपनियों ने समर्थन किया है। सेल्युलर ऑपरेटर असोसिएशन के
प्रेजिडेंट राजन मैथ्यूज का कहना था कि नई गाइडलाइंस से मोबाइल इंडस्ट्री सहमत है।
इन्हें लागू करने में पूरी मदद की जाएगी।
स्पैम मेसेज और
कॉल्स की समस्या पर रोक लगाने में ट्राई के पिछले उपाय कारगर नहीं रहे हैं। ट्राई
ने डू-नॉट-डिस्टर्ब स्कीम शुरू की लेकिन इसमें फोन नंबर रजिस्टर कराने के बावजूद
उपभोक्ताओं के पास अनचाहे मेसेज और कॉल्स आ रही हैं। पिछले हफ्ते टेलिकॉम मिनिस्टर
कपिल सिब्बल ने खुद बताया था कि अनचाहे कॉल्स और मेसेज से वे भी परेशान हैं।
उन्होंने इस पर रोक लगाने के लिए कड़े कानून की वकालत की थी। संसद में भी इस मुद्दे
पर तमाम नेता चिंता जता चुके हैं।
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