शुक्रवार, 4 जनवरी 2013

युवराज के राजतिलक को लेकर कांग्रेस दो फाड़!


युवराज के राजतिलक को लेकर कांग्रेस दो फाड़!

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के राजतिलक को लेकर कांग्रेस में अंदर ही अंदर सुगबुगाहट आरंभ हो गई है। 16 दिसंबर को एक अनाम बाला के साथ जघन्य बलात्कार फिर उसकी हत्या के मामले में राहुल गांधी की चुप्पी से भी कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग खासा नाराज है। कांग्रेस के अंदर इस बात को लेकर भी जमकर कोहराम मचा हुआ है कि देश में उस पीडिता को श्रृद्धांजली दी जा रही थी और कांग्रेस के अधिकांश बड़े नेता, पदाधिकारी, मंत्री ब्रितानी नए साल पर छुट्टियां मनाने विदेश यात्रा पर थे।
दिल्ली में दामिनी के साथ हुए गैंगरेप और उसकी मौत के बाद बदले हालात में राहुल गांधी की भूमिका को लेकर कांग्रेस खासी दुविधा में है। रणनीतिकार मंथन में लगे हैं कि अब उनको लेकर क्या किया जाये? इस कारण जयपुर चिंतन शिविर और कांग्रेस की बैठक को लेकर भी दुविधा है। जयपुर बैठक में राहुल की बड़ी जिम्मेदारी के साथ कांग्रेस की नयी टीम पर मुहर लगनी है। सूत्रों का कहना है कि राहुल के एक दो दिन में दिल्ली लौटने पर फैसला होगा कि करना क्या है?
कांग्रेस संगठन में लंबे समय से बदलाव लंबित है। चिंतिन शिविर और जयपुर में होनेवाली बैठक की घोषणा की बाद उम्मीद बढ़ी कि घोषणा जल्द होगी, लेकिन बदले हालात ने राहुल को लेकर दुविधा बढ़ा दी। संकट में बचते हैं बड़े राज्यों में हार व उसके बाद गैंगरेप कांड से उपजे हालात पार्टी राहुल के लिए शुभ नहीं मान रही है। राहुल यूं भी संकट के समय सामने आने से बचते रहे हैं। रेप कांड में भी उनकी चर्चा एक दो मौकों पर हुई।
पीड़िता की मौत के बाद पार्टी ने उनका बयान जारी कर रस्म ही निभायी। यह स्थिति तब है, जब पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव अभियान समिति का मुखिया बनाया है। पार्टी दुविधा में है कि पुरानी टीम के साथ एआइसीसी की बैठक का मतलब नहीं होता है। वहीं,कांग्रेस पार्टी में बदलाव होता है और राहुल को जिम्मेदारी नहीं दी जाती है तो कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा।
इधर, द्रमुक द्वारा पी चिदंबरम को पीएम पद का संभाव्य उम्मीदवार बताये जाने के मद्देनजर कांग्रेस ने कहा है कि राहुल गांधी सहित कांग्रेस आलाकमान पार्टी के अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का निर्णय करेगा। पार्टी प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि पार्टी में पीएम बनने योग्य अनेक नेता हैं लेकिन फैसला नविनयुक्त सांसदों और कांग्रेस आलाकमान द्वारा किया जायेगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राहुल गांधी के राजतिलक के लिए यह वक्त इसलिए माकूल नहीं है क्योंकि दिल्ली गैंगरेप में केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली सरकार का रवैया लोगों को भड़काने वाला ही रहा है, एवं दोनों जगह ही कांग्रेस है। इसके साथ ही साथ राहुल गांधी भी पीडिता वाले मामले में मौन ही रहे हैं।

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