जेतली में किसको है
दिलचस्पी
(महेश)
नई दिल्ली (साई)। सत्ता
के गलियारों में इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि आखिर वह कौन है जिसे राज्यसभा के
नेता प्रतिपक्ष अरूण जेतली में दिलचस्पी है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और नामी
वकील अरुण जेतली के मोबाइल फोन का कॉल रिकॉर्ड किसने मांगा था, यह जानने के लिए कई
लोगों के फोन रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। साइबर एक्सपर्ट्स भी जांच में जुटे
हुए हैं। मामला संवेदनशील है, इसलिए सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर छानबीन
की जा रही है।
पुलिस विभाग को शक
है कि इस कांड में विभाग के ही किसी व्यक्ति का हाथ हो सकता है। किसी शख्स ने
चाणक्यपुरी और नई दिल्ली जिले में ऑपरेशंस के एसीपी भूप सिंह की ईमेल आईडी से
एयरटेल कंपनी को जेतली की कॉल डीटेल देने के लिए लिखा था। एयरटेल कंपनी के सूत्रों
ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि चूंकि जेतली एक वीवीआईपी और राज्य सभा में
विपक्ष के नेता हैं,
कंपनी ने पुलिस विभाग से क्रॉस चेक करना सही समझा। तब कहीं
जाकर यह राज खुला। भूप सिंह या किसी अफसर ने इस तरह की डीटेल देने के लिए नहीं
लिखा था। यह साफ हो जाने पर मामले की जांच स्पेशल सेल को सौंप दी गई।
जेतली अब वकालत की
प्रैक्टिस नहीं करते हैं। लेकिन फोन कॉल डीटेल जानने की कोशिश के पीछे कारण कुछ भी
हो सकता है। देश, उनकी
पार्टी और पार्टी से बाहर के मामलों की जानकारी भी जेतली को होती है। इसलिए कारण
कुछ भी हो सकता है। जांच की जा रही है कि एयरटेल को लिखने के लिए एसीपी भूप सिंह
का ईमेल हैक किया गया या किसी जरिए से पासवर्ड जानकर उसे यूज किया गया, या सिर्फ नाम ही
यूज किया? सूत्रों के
मुताबिक पुलिस के लोग भी शक के घेरे में हैं। कुछ अन्य सर्कल के लोगों पर भी शक
है। लेकिन फिलहाल पुलिस विभाग जांच की रिपोर्ट आने तक कुछ भी न कहने के पक्ष में
हैं।
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