किसकी देखरेख में हो रहे निर्माण कार्य!
अंधा पीसे कुत्ता खाए की तर्ज पर चल रही पालिका
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। नगर पालिका में इन दिनों पूरी तरह मायूसी छाई हुई है। नगर
पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी को लोकसभा चुनावों में सिवनी विधानसभा की महती
जवाबदेही सौंपी गई है इसलिए वे पूरी तरह व्यस्त हैं तो शासन के आदेशानुसार दो
उपयंत्रियों को निलंबित कर दिया गया है। चुनाव की आपाधापी में शहर के प्रथम नागरिक
की नजरें इस ओर इनायत शायद नहीं हो पा रही है कि बिना इंजीनियर्स के निर्माण कार्य
किसकी देखरेख में संपादित हो रहे हैं।
अपनी कार्यप्रणाली के लिए सदा से ही सुर्खियों में रहने वाली नगर पालिका
अभी भी पूरी तरह चर्चाओं का केंद्र बनी हुई है। कभी लोकायुक्त कार्यवाही, तो कभी घटिया निर्माण, तो कभी कमीशन
बाजी के चलते नगर पालिका चर्चा में रही है। हाल ही में पूर्व पालिका अध्यक्ष
पार्वती जंघेला के कार्यकाल के एक मामले में उच्च न्यायालय ने सख्त रवैया अपनाया
है।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के भोपाल ब्यूरो से नन्द किशोर ने शिवाजी नगर
स्थित स्थानीय शासन विभाग के संचालनालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि कोर्ट के
सख्त रवैए के उपरांत आनन-फानन में विभाग द्वारा दो उपयंत्रियों को निलंबित कर दिया
गया। इन उपयंत्रियों के निलंबित करने के बाद नगर पालिका प्रशासन का अपना कोई भी
उपयंत्री सिवनी में पदस्थ नहीं है। यहां अब जो भी उपयंत्री पदस्थ हैं वे अन्य
विभागों से अटैच ही हैं।
लोकसभा चुनाव के चलते नगर के प्रथम नागरिक राजेश त्रिवेदी भी पूरी तरह
व्यस्त ही नजर आ रहे हैं। आचार संहिता के चलते नए निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा
हुआ है पर ऑन गोईंग वकर््स चल रहे हैं। इनमें सड़क, नाली आदि के निर्माण का कार्य जारी है। यक्ष प्रश्न यही सामने
खड़ा हुआ है कि आखिर ये निर्माण कार्य किसकी देखरेख में करवाए जा रहे हैं।
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