धोनी ने किया खिलाड़ियों का बखान
(गौरव वर्मा)
ढाका (साई)। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भरोसा जताया है कि खराब
फॉर्म से जूझ रहे युवराज सिंह टी-20 विश्व कप के बाकी मैचों में अच्छा प्रदर्शन
करेंगे. हालांकि उन्होंने यह भी माना कि युवराज भारी दबाव में हैं और लय हासिल
करने के लिए जूझ रहे हैं.
धोनी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘युवराज टी-20 क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से हैं, लेकिन यह सही है कि फिलहाल वह सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं
हैं. वनडे टीम से बाहर किए जाने के बाद टी-20 टीम में वापसी करना थोड़ा कठिन होता
है, लिहाजा उन पर दबाव है.‘
‘युवराज जरूर
करेंगे वापसी‘
धोनी ने कहा, ‘यह कहना आसान है
कि यह छोटा प्रारूप है लेकिन जब कोई खिलाड़ी टीम में आता है तो उस पर दबाव बनना
लाजमी है.‘
युवराज ने रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ 19
गेंदों में सिर्फ 10 रन ही बनाए थे. लेकिन धोनी को उनकी वापसी का यकीन है.
उन्होंने कहा, ‘इसमें एक या दो मैच का समय लगता है.
हमें पता है कि वह कितने उम्दा मैच विनर हैं. वह अपने दम पर मैच जिता सकते हैं.‘
भारत के दोनों मैचों में ‘मैन ऑफ द मैच‘ रहे अमित मिश्रा के बारे में धोनी ने कहा कि उन्होंने इस लेग
स्पिनर को अपनी ताकत के इस्तेमाल की सलाह दी थी. धोनी ने बताया, ‘मैने उससे कहा कि वह अपनी ताकत का इस्तेमाल करे. पाकिस्तान के
खिलाफ वह नर्वस था तो मैंने उसे कहा कि गेंद को फ्लाइट कराए जो उसकी ताकत है.‘
वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में 16 डॉट गेंदें फेंकने वाले भुवनेश्वर कुमार
के प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए धोनी ने कहा कि उनका काम नई गेंद का सही इस्तेमाल
और ज्यादा ढीली गेंदें नहीं देना था. भुवनेश्वर ने सही दिशा में गेंद डाली और गेंद
को बखूबी स्विंग कराया.‘
‘शमी हैं डेथ
ओवरों के विशेषज्ञ‘
धोनी ने डेथ ओवरों के लिये शमी को जहां स्थायी विकल्प
बताया, वहीं
इस बाबत जडेजा, अश्विन
और मिश्रा को भी आजमाने की बात कही. उन्होंने कहा, ‘भुवी नई गेंद का बेहतरीन गेंदबाज है. मैं यह नहीं कह
रहा कि वह डेथ ओवर अच्छे नहीं डाल सकता, पर मैं जडेजा को भी डेथ ओवरों में आजमाना चाहता हूं.
शमी डैथ ओवरों का विशेषज्ञ है लेकिन मैं एक और गेंदबाज को आजमाना चाहता हूं जो जडेजा, अश्विन या कोई भी हो सकता है.‘
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