मंगलवार, 25 मार्च 2014

अपना किया न भूलें जसवंत सिंह: उमा भारती


अपना किया न भूलें जसवंत सिंह: उमा भारती

(मोदस्सिर कादरी)

नई दिल्ली (साई)। बीजेपी नेता साध्वी उमा भारती ने कहा है कि जसवंत सिंह को भूलना नहीं चाहिए कि उन्होंने मुझे डिसिप्लिनरी ग्राउंड्स पर पार्टी से निकलने का आदेश सुनाया था। और मोदी पर समय के साथ उनके विचार बदल गए हैं।
उमा ने सीनियर बीजेपी लीडर जसवंत सिंह के बाड़मेर से निर्दलीय के रूप में पर्चा भरे जाने और पार्टी पर अपनी अनदेखी का आरोप लगाने पर ये बातें कहीं। उनका इशारा नवंबर 2004 में लाल कृष्ण आडवाणी से विवाद के बाद पार्टी से हुए उनके सस्पेंशन की तरफ था। तब उन्होंने पार्टी से अलग होकर भारतीय जनशक्ति पार्टी बनाई थी।
इससे पहले बीजेपी के दिग्गज नेता जसवंत सिंह ने सोमवार को राजस्थान के बाड़मेर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा। नामांकन के वक्त जसवंत ने कहा कि मुझे बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी का आशीर्वाद प्राप्त है। गौरतलब है कि बीजेपी ने बाड़मेर से पिछले सप्ताह ही कांग्रेस छोड़कर पार्टी में शामिल हुए जाट नेता कर्नल सोनाराम को टिकट दिया है।
जसवंत सिंह के नामांकन पर बीजेपी ने कहा कि वह नाम वापस लेने की तारीख तक जसवंत सिंह का इंतजार करेगी। अगर उन्होंने उम्मीदवारी से नाम वापस नहीं लिया तो उनके ऊपर कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। गौरतलब है कि उमा भारती भी टिकट बंटवारे से खासी नाराज थीं, और उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर भी की थी। उमा को पार्टी ने झांसी से टिकट दिया है, जबकि उन्होंने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी।

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