(मोदस्सिर कादरी)
नई दिल्ली (साई)। बुधवार को भाजपा मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करने पर चुनाव आयोग आम आदमी पार्टी (आप) की निंदा कर सकता है।
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी इस घटना पर अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजने वाले हैं। भाजपा ने आयोग से ‘आप‘ की मान्यता रद्द करने की मांग की है। दिल्ली चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मान्यता रद्द करने की भाजपा की मांग शायद मानी नहीं जाए क्योंकि यह उसकी पहली गलती है। चुनाव आयोग उसकी निंदा कर सकती है।
‘आप‘ ने प्रदर्शन पर जिला चुनाव अधिकारी की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस का कल जवाब दिया था और कहा था कि यह कोई पूर्वनियोजित प्रदर्शन नहीं था, बल्कि गुजरात में ‘आप‘ प्रमुख अरविन्द केजरीवाल की हिरासत की ‘‘तात्कालिक प्रतिक्रिया‘‘ थी। ‘आप‘ ने कहा था कि विरोध प्रदर्शन कोई ‘‘नियोजित घटना‘‘ नहीं था।
‘आप‘ ने कहा था कि विरोध प्रदर्शन गुजरात की घटना की एक तात्कालिक प्रतिक्रिया था और यह किसी भी तरह पार्टी के उम्मीदवार के चुनाव प्रचार का कोई हिस्सा नहीं था। पार्टी ने कहा था कि वह आदर्श आचार संहिता का सम्मान करती है और इसे लागू करने में चुनाव आयोग का सहयोग करेगी।
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