रविवार, 26 फ़रवरी 2012

गांव हो जाएंगे अभिशिप्त नर्मदा तीरे!


0 घंसौर को झुलसाने की तैयारी पूरी . . .  71

गांव हो जाएंगे अभिशिप्त नर्मदा तीरे!

राख बना देगी पानी को विषैला और जमीन को अनुपजाऊ!

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। देश के मशहूर दौलतमंद उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के द्वारा मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य विकास खण्ड घंसौर में स्थापित किए जाने वाले 1200 मेगावाट के कोल आधारित पावर प्लांट से न केवल पर्यावरणीय खतरा पैदा होने की आशंका है वरन् पुण्य सलिला नर्मदा के विषैले होने और खेतों की उर्वरक क्षमता कम होने की आशंकाएं बलवती होती जा रही हैं।
विकास के नाम पर लगने वाले इस पावर प्लांट से जमीन और जंगल पर संकट के बादल गहराने लगे हैं। जानकारों का कहना है कि थर्मल कोल पावर प्लांट से निकलने वाली राख आसपास की हजारों एकड़ जमीन की उत्पादन क्षमता को नष्ट कर देगी। गौरतलब है कि अब तक कई अध्ययनों में इस बात का खुलासा हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि बैतूल के समीप सारणी स्थित सतपुड़ा पावर प्लांट से निकलने वाली राख से हजारों पेड़ नष्ट और तवा का पानी प्रदूषित हो गया है। इसी तरह प्रस्तावित झासीघाट प्लांट की जद में आने वाले गांव सिलारी के किसान पुहुपसिंह ने बताया कि उन्हें कंपनी के इंजीनियर ने यह कहकर जमीन छोडऩे की सलाह दी कि प्लांट लगने के बाद इस पर राख की मोटी परत जमा हो जाएगीतब यहां कोई फसल पैदा नहीं होगी।
यहां यह संकट करीब 20 किलोमीटर की परिधि की जमीन पर है। राख से हजारों पेड़वन औषधि और चारा खराब हो जाएगा। इससे पर्यावरण संतुलन बिगडऩे के साथ ही मवेशियों पर भी संकट आएगा। मजे की बात तो यह है कि घंसौर के बरेला में गौतम थापर के स्वामित्व वाले इस पावर प्लांट की प्रस्तावित चिमनी की उंचाई 275 मीटर अर्थात लगभग एक हजार फिट उंची चिमनी से उड़ने वाली राख कितने किलोमीटर की परिधि में कहर बरपाएगी और खेतों पर मोटी राख की परत जमा करेगी इस बात को सोचकर ही रीढ़ की हड्डी में सिहरन पैदा होने लगती है।
कुल मिलाकर केंद्र सरकार की छटवीं अनुसूची में अधिसूचित सिवनी जिले के घंसौर विकासखण्ड के आदिवासियोंजल जंगल और जमीन को परोक्ष तौर पर दौलतमंद गौतम थापर के पास रहन रख दिया गया है और बावजूद इसके केंद्र सरकार का वन एवं पर्यावरण मंत्रालयमध्य प्रदेश सरकारमध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डलजिला प्रशासन सिवनी सहित भाजपा के सांसद के.डी.देशमुख विधायक श्रीमति नीता पटेरियाकमल मस्कोलेएवं क्षेत्रीय विधायक जो स्वयं भी आदिवासी समुदाय से हैं श्रीमति शशि ठाकुरकांग्रेस के क्षेत्रीय सांसद बसोरी सिंह मसराम एवं सिवनी जिले के हितचिंतक माने जाने वाले केवलारी विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर चुपचाप नियम कायदों का माखौल सरेआम उड़ते देख रहे हैं।

(क्रमशः जारी)

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