सूर्यदेव ने हलाकान
किया देश को
(महेश रावलानी)
नई दिल्ली (साई)।
गर्मी के मौसम में पश्चिमी विक्षोभ का असर अब कम होता दिख रहा है। देश के उत्तरी, पश्चिमी ओर पूर्वी
राज्यों में गर्मी बढ़ गई है। राजधानी में दो दिन मौसम में बदलाव तो होगा, लेकिन गर्मी से
बहुत ज्यादा राहत नहीं मिलेगी। असल में पहाड़ी इलाकों में कमजोर वेस्टर्न
डिस्टरबेंस का कुछ असर राजधानी में रहेगा। इसके कारण धूल भरी आंधी और गरज के साथ
छींटे पड़ सकते हैं ,
लेकिन इससे तापमान से बहुत अधिक गिरावट नहीं आने वाली है।
मौसम विभाग के
अनुसार फिलहाल राजधानी में तापमान 42 डिग्री पर पहुंच चुका है। वेस्टर्न
डिस्टरबेंस के कारण गुरुवार व शुक्रवार को तापमान में एक दो डिग्री की कमी आ सकती
है। शनिवार से राजधानी में फिर से गर्मी का असर बढ़ जाएगा। उत्तर प्रदेश में
जबरदस्त गर्मी के कारण आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया
के ब्यूरो ने खबर दी है कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पीने के पानी की कमी हो गई है।
साई ब्यूरो के
अनुसार इलाहाबाद में सबसे अधिक ४५ दशमलव पांच डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया
गया। जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक है। अन्य स्थानों के मुकाबले गोरखपुर
में थोड़ी राहत रही जहां दिन का तापमान चालीस डिग्री सेल्सियस रहा। भीषण गर्मी के
कारण लोग चारदीवारी के भीतर रहने पर मजबूर हैं। बिजली की लम्बी कटौती की वजह से कई
जगहों पर पेय जल की कमी हो गई है। बुंदेलखंड क्षेत्र के कई जिलों के अनेक स्थानों
पर भूमिगत जल के स्त्रोत सूख गए हैं।
उधर समूचे राजस्थान
में गर्मी का प्रकोप जारी है। राजस्थान का आलम यह है कि पूरे राज्य में पिछले दो
दिनों से गर्मी का असर और बढ़ गया है और तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक
की बढ़ौतरी दर्ज की गई है। श्री गंगानगर कल राज्य में सबसे गर्म स्थान था, जहां तापमान ४५
दशमलव सात डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इस क्षेत्र में लू के हालात बन गए हैं, जिससे सामान्य
जनजीवन प्रभावित होने लगा है। जयपुर के मौसम कार्यालय के अनुसार गर्मी की यही
स्थिति अगले दो-तीन दिनों तक बनी रहेगी।
पश्चिम बंगाल में
भी कई स्थानों पर जबरदस्त गर्मी पड़ रही है। राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक
गर्मी के कारण चार मौतें हो चुकी हैं।
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