2016 तक राज्य के सभी दफ्तर होंगे पेपरलेस
(प्रतिभा सिंह)
पटना (साई)। शिक्षा
प्रतिनिधि रू बिहार के सचिवालय सहायकों, पर्यवेक्षकीय संवर्गाे एवं समूह श्गश् के
कर्मियों की कम्प्यूटर सक्षमता हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सूबे के
विज्ञान एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री शाहिद अली खान ने किया। राजधानी के
पाटलिपुत्र अशोक होटल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधत करते हुए उन्होंने कहा कि
सरकार का लक्ष्य है कि 2016 तक राज्य सरकार के सभी दफ्तर ‘पेपरलेस‘ हो जायें।
उन्होंने कहा कि
इसके लिए हम प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि भले ही राज्य में आइटी विभाग 2007 से शुरू हुआ हो, कम समय में ही इसने
सूचना प्रौद्योगिकी के प्रचार-प्रसार में काफी काम किया है। उन्होंने कहा कि सूबे
में इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि अगर आप कम्प्यूटर नहीं जानते हैं तो
श्साक्षरश् नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अब मदरसे के छात्र भी कम्प्यूटर के माध्यम
से देश-दुनिया को जान रहे हैं।
इससे पूर्व
एनआइएलआइटी के क्षेत्रीय निदेशक एचपी शुक्ला ने संस्था के कार्यकलापों एवं
उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सूबे के विभिन्न जिलों में कम्प्यूटर
प्रशिक्षण एवं साक्षरता के चलाये गए कार्यक्रमों की जानकारी दी व आगामी योजनाओं के
बारे में बताया।
सूचना एवं
प्रावैधिकी विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आइटी
एक क्रांति है व आज विदेश में देश की प्रतिष्ठा एवं साख में इसका बड़ा योगदान है।
उन्होंने बताया कि सूबे की सरकार इस बात के लिए प्रयासरत है कि आइटी के माध्यम से
कैसे शासन में सुधार लाया जाये।
इस अवसर पर संयुक्त
सचिव, सामान्य
प्रशसन विभाग अजय कुमार चौधरी ने कहा कि अब कम्प्यूटर का युग है। अगर इसमें साक्षर
नहीं हैं तो दूसरों पर निर्भर रहेंगे। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि प्रशिक्षण
कार्यक्रम में दाखिला लें, परीक्षा दें व सर्टिफिकेट पायें।
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