भारत में उत्साहित
नहीं है एपल
(अंकिता रायजादा)
न्यूयार्क (साई)।
कंप्यूटर कंपनी ऐपल के मुख्य कार्यकारी टिम कुक का कहना है कि वे भारत से प्यार तो
करते हैं लेकिन यहाँ उनकी कंपनी के उत्पाद बेचने के मौके बहुत कम हैं। कुक ने कहा, कि वे भारत से
प्यार करते हैं लेकिन वे मानते हैं कि आने वाले वक्त में एपल के एिल कुछ अन्य
देशों में ज्यादा संभावनाएं हैं, भारत के स्थान पर।
उन्होंने आगे कहा, इसका ये मतलब नहीं
है कि हमारा ध्यान भारत पर नहीं है। हम वहाँ कारोबार करते हैं और वो बढ़ रहा है।
लेकिन मेरी सोच ये है कि आने वाले कुछ समय में (हमारे लिए) भारत के बाहर ज़्यादा
बड़े मौके होंगे। ऐपल के सीईओ ने ये बात मंगलवार को कंपनी की तीसरी तिमाही के
नतीजों की घोषणा के बाद निवेशकों और विश्लेषकों के साथ की गई कॉन्फ़्रेंस कॉल के
दौरान कही।
ऐपल को तीसरी
तिमाही में आठ अरब 80 करोड़ डॉलर
का मुनाफ़ा हुआ है। जून में ख़त्म हुई तिमाही में हुआ ये मुनाफ़ा हालांकि पिछले साल
इस अवधि में हुए मुनाफ़े से 21 प्रतिशत ज़्यादा है लेकिन कंपनी के
पूर्वानुमान से कम है। इस अवधि में ऐपल के उत्पादों की 35 अरब डॉलर की
बिक्री हुई जो 2011 के
मुकाबले साढ़े 28 अरब डॉलर
अधिक है।
कंपनी के टैबलेट, आईपैड, की बिक्री में 84 प्रतिशत की बढ़ोतरी
दर्ज हुई। अप्रैल से जून की अवधि में एक करोड़ 70 लाख आईपैड और दो
करोड़ 60 लाख आईफ़ोन
बिके। लेकिन आईपॉड यानी कंपनी के डिजिटल म्यूज़िक प्लेयर की बिक्री में 10 प्रतिशत की गिरावट
आई और मैक कंप्यूटरों की बिक्री में महज़ दो प्रतिशत का इजाफ़ा हुआ।
इसके बावजूद कंपनी
अपने शेयरधारकों को 16 अगस्त को 2.65 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड
देगी। पिछले दो साल में ये कंपनी की सबसे धीमी विकास दर है और ये विश्लेषकों की
उम्मीदों से कम थी। इसकी एक वजह उपभोक्ताओं का ऐपल के सबसे सस्ते आईफ़ोन और आईपैड
खरीदना है। हालांकि कंपनी ने इस वर्ष मार्च आईपैड का नया संस्करण लॉन्च किया था
लेकिन साथ ही पुराने मॉडल को भी कीमत घटाकर बाज़ार में रखा।
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