शुक्रवार, 17 अगस्त 2012

अफवाहों से बिगड़ रही कर्नाटक सहित देश की हालत


अफवाहों से बिगड़ रही कर्नाटक सहित देश की हालत

देश में स्थिति अब सामान्य

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। असम में हुए दंगों के बाद मुंबई के हालात बिगड़े और अब एसएमएस के कारण कर्नाटक सहित देश भर की स्थिति नाजुक हो गई है। कर्नाटक सहित देश के अन्य हिस्सों से पूर्वोत्तर वासी अपने घरों को वापस भाग रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार इन परिस्थितियों को रोकने में नाकाम ही साबित हो रहीं हैं। आज देश में स्थिति पहले की अपेक्षा काफी हद तक सामान्य ही नजर आ रही है।
उधर, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से कहा है कि देश के विभिन्न भागों में रहने वाले पूर्वाेत्तर के लोगों की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करें। कल शाम नई दिल्ली में आयोजित इफ्तार पार्टी में संवाददाताओं से बातचीत में डॉ. सिंह ने कहा कि किसी भी कीमत पर शांति बनाए रखनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. सिंह ने कहा कि उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर से बात की है और राज्य सरकार अफवाहों पर काबू पाने के लिए पूरे प्रयास कर रही है।
बंग्लुरू स्थित समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से रचना तिवारी ने बताया कि कर्नाटक सरकार ने राज्य में रहने वाले पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों में सुरक्षा की भावना बहाल करने के लिए अनेक उपाय किये हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर, उप मुख्यमंत्री आर. अशोक और विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने पूर्वाेत्तर के लोगों से अपील की कि वे बंगलौर छोड़कर न जाएं। राज्य के पुलिस महानिदेशक लालरोखुमा पचाऊ ने बंगलौर में पूर्वाेत्तर के लोगों से मुलाकात की और उन्होंने पुलिस सुरक्षा का आश्वासन दिया। इस संबंध में शिकायत दर्ज करने के लिए दो हेल्पलाइन नम्बर शुरू किये गए हैं। जिनके नंबर 080 - 22260999 एवं 22942222 हैं।
बंगलौर के पुलिस आयुक्त ज्योति प्रकाश मिरजी ने कहा कि पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों के आवासीय क्षेत्रों में गश्त के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में मोहल्ला समितियां बनाई गई हैं। अल्पसंख्यक समुदाय और पूर्वाेत्तर क्षेत्र के नेताओं की संयुक्त समिति भी बनाई गई है। मक्का मस्जिद समिति के सदस्यों ने पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों से कहा है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।
केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि कर्नाटक में पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोग सुरक्षित हैं। संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में श्री शिंदे ने चेतावनी दी कि अफवाह फैलाने वालों को कड़ा दंड दिया जाएगा। श्री शिंदे ने कहा कि कर्नाटक में शांति बनाए रखने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।
पूर्वाेत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री पवन सिंह घाटोवार ने कहा है कि कुछ लोग कर्नाटक में रहने वाले पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों में घबराहट पैदा करने के लिए अफवाह फैला रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने भी केन्द्र सरकार से पूर्वाेत्तर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि पूर्वाेत्तर के लोगों में घबराहट पैदा करने के लिए अफवाह फैलाई जा रही हैं।
पूर्वाेत्तर क्षेत्र से कांग्रेस सांसदों ने कल नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उनसे पूर्वाेत्तर क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में रहने वाले असम के लोगों से अपील की कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में रहने वाले पूर्वाेत्तर क्षेत्र के विद्यार्थियों और पेशेवर लोगों के बीच घबराहट फैलाने के लिए मोबाइल मेसेज और अन्य तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। श्री गोगोई ने कहा कि वे दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्पर्क में हैं।
बंग्लुरू से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से श्वेता यादव ने बताया कि कर्नाटक सरकार की ओर से सुरक्षा के तमाम आश्वासनों के बावजूद गुरुवार को दूसरे दिन भी पूर्वाेत्तर राज्यों के हजारों लोगों का बैंगलोर से पलायन जारी रहा। गौरतलब है कि असम में हुई हिंसा के बाद अन्य राज्यों में रह रहे पूर्वाेत्तर राज्यों के लोगों पर हमलों की अफवाहों के कारण बुधवार को इन राज्यों के लगभग छह हजार 800 लोग बैंगलोर से पलायन कर गए।
राज्य के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने अपने आवास पर पूर्वाेत्तर राज्यों के लोगों के प्रतिनिधियों से कहा, ‘घबराने की कोई जरूरत नहीं है। पूरी सरकार आपके साथ है। हम पूर्वाेत्तर के लोगों के हितों की रक्षा करेंगे।शेट्टार ने एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान इस बात को स्वीकार किया कि इस क्षेत्र के लोगों के साथ कुछ छिटपुट घटनाएं हुई हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कोई शिकायत दर्ज नहीं कराए जाने के कारण कार्रवाई नहीं कर सकी।
इन छिटपुट घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री आर अशोक ने कहा कि यह एक संवेदशील मुद्दाहै और मुंबई, पुणे, चेन्नई एवं हैदराबाद के साथ साथ पूरे देश से जुड़ा है इसलिए इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। इससे पहले मामले की गंभीरता को देखते हुए बैंगलोर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। हालात इस कदर बिगड़े कि प्रधानमंत्री ने भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री से बात करके हालात की जानकारी ली।
एसएमएस के जरिए फैली अफवाह के मुताबिक नॉर्थ-ईस्ट के लोगों पर बैंगलोर में हमला होने का खतरा मंडरा रहा है। रात भर में अफवाह इस कदर फैल गई कि नॉर्थ-ईस्ट के लोग बैंगलोर शहर छोड़ने पर मजबूर हो गए। आलम ये हुआ कि कर्नाटक सरकार को इनके जाने की खास व्यवस्था करनी पड़ी। बैंगलोर से गुवाहाटी तक 2 स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। कुल मिलाकर करीब छह हजार से ज्यादा लोगों ने एक रात में ही बैंगलोर छोड़ दिया।
नॉर्थ-ईस्ट के लोगों के मुताबिक पूरे शहर में अफवाह फैली कि असम हिंसा का असर बैंगलोर में पड़ेगा। जिसके चलते नॉर्थ-ईस्ट के लोगों ने शहर छोड़ने में ही अपनी भलाई समझी। हालांकि ये माहौल देखकर सूबे के गृहमंत्री खुद रेलवे स्टेशन पहुंचे और लोगों से नॉर्थ-ईस्ट ना जाने की अपील की। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने खुद कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर से इस मुद्दे पर बात की है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय भी मामले पर गंभीर हैं। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे भी लगातार कर्नाटक के हालात की जानकारी ले रहे हैं। शिंदे ने कहा, कि बैंगलोर में नॉर्थ-ईस्ट के लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाही हो।श्पुलिस ने भी नॉर्थ-ईस्ट के सभी लोगों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने का भरोसा दिया है। साथ ही पुलिस का दावा है कि कुछ शरारती तत्व ये अफवाह फैला रहे हैं।
बावजूद इसके बैंगलोर से पलायन करने वालों की तादाद थमी नहीं है। वहीं बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने इस मामले पर ट्वीट किया है कि बीजेपी इस पूरे मामले में नॉर्थ-ईस्ट छात्रों के साथ है और वो खुद इस मामले को संसद में उठाएंगी।
वैसे बैंगलोर में असम की हिंसा को लेकर बुधवरा रात जो अफरातफरी का माहौल था वो तो अब नहीं है, लेकिन सरकार और लोग परेशान जरूर हैं। बताया जा रहा है कि फेसबुक-टिवटर के जरिए असम की हिंसा को लेकर ऐसी बातें फैलाईं जो डराने वाली थीं।
असम हिंसा से पैदा हुआ आतंक दक्षिण भारतीय शहरों से होता हुआ मुंबई तक पहुंच गया है। पूर्वाेत्तर के लोगों को धमकी भरे एसएमएस मिल रहे हैं। पूर्वाेत्तर के लोगों को धमकी भरे एसएमएस मिल रहे हैं। इससे लोगों का पलायन हो रहा है। मुंबई से करीब डेढ़ हजार लोग गुवाहाटी एक्सप्रेस से असम की ओर रवाना हो गए। जबकि, अकेले बेंगलुरू से ही बुधवार रात पूवरेत्तर के 6800 लोग तीन विशेष ट्रेनों से अपने घर को रवाना हुए। पलायन का दौर शुक्रवार को भी जारी है।
गौरतलब है कि असम में हुई हिंसा के बाद अन्य राज्यों में रह रहे पूर्वाेत्तर राज्यों के लोगों पर हमलों की अफवाहों के कारण बुधवार को इन राज्यों के लगभग छह हजार 800 लोग बैंगलोर से पलायन कर गए।

अफवाह बम से फैली दहशत

कर्नाटक में अफवाह बम ने जमकर दहशत फैलाई। किसी ने कहा है कि अफवाहों से बचिए! इनके पर नहीं होते!! ये वो शैतान उड़ाते हैं! जिनके घर नहीं होते!! जैसे ही अफवाह फैली तत्काल एसएमएस बाक्स फुल होने लगे। लोगों ने अपना अपना बोरिया बिस्तर समेटा और भागने की तैयारी कर ली।

अन्य शहरों में भी पलायन

अफवाह फैलने के बाद बैंगलोर से पूर्वाेत्तर के लोगों के पलायन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इतना ही नहीं, अब कुछ अन्घ्य शहरों से भी लोग पलायन कर रहे हैं। बैंगलोर में फैली अफवाह ने कई अन्घ्य शहरों में भी पांव पसारने शुरू कर दिए हैं।
बैंगलोर से शुरू हुई अफवाह चेन्नई, हैदराबाद के साथ-साथ पुणे और पटना में भी फैल गई है। पूर्वाेत्तर के लोग इन शहरों से अब अपने-अपने घरों के लिए पलायन कर रहे हैं। अब तक पूर्वाेत्तर के करीब 10 हजार से ज्घ्यादा लोग शहर छोड़ चुके हैं। लोगों के समझाने-बुझाने के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।
गौरतलब है कि बैंगलोर में ट्रेन के करीब 9 हजार 7 सौ टिकट गुवाहाटी के लिए बिके। आलम यह है कि 4 स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। एक ट्रेन रात के ठीक एक बजे गुवाहाटी के लिए रवाना की गई, लेकिन बात न बनता देख रेलवे को आखिरकार गुवाहाटी के लिए टिकट बेचना ही बंद करना पड़ा। करीब 10 हजार लोग गुरुवार को बैंगलोर से गुवाहाटी के लिए पलायन कर गए। बहरहाल, इस संवेदनशील मामले पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं।

अफवाह के कारण हजारों छात्रों ने छोड़ा बैंगलोर

बैंगलोर में नॉर्थ ईस्ट के छात्रों को धमकी दिए जाने की अफवाह के बाद छह हजार से ज्यादा छात्र बैंगलोर से रवाना हो गए हैं। इन लोगों को ले जाने के लिए बैंगलोर से गुवाहाटी तक दो स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। इससे पहले कर्नाटक के डिप्टी सीएम औऱ गृह मंत्री ने स्टेशन जाकर नार्थईस्ट के छात्रों औऱ लोगों से शहर ना छोड़ने की अपील की।

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