सोमवार, 13 अगस्त 2012

फिर आग लग सकती है पेट्रोल के दामों में!


फिर आग लग सकती है पेट्रोल के दामों में!

(आकाश कुमार)

नई दिल्ली (साई)। इंडियन ऑयल ने कहा है कि उसे पेट्रोल बेचने में 137 रुपये प्रति लीटर की दर से घाटा हो रहा है, इसलिए वह पेट्रोल की कीमत में वृद्धि कर सकती है। इंडियन ऑयल के अधिकारी के इस बयान के बाद कयास लगाये जा रहे हैं कि पेट्रोल डेढ रुपये तक महंगा हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि हर बार की तरह तेल कंपनियों ने एक बार फिर अंतराष्घ्ट्रीय बाजार में कीमत बढ़ने का रोना रोया है। तेल कंपनियां हर महीने की पहली और 16 तारीख को पखवाड़े के औसत आयात मूल्य के हिसाब से तेल मूल्यों की समीक्षा करती हैं। फिलहाल डीजल, रसोई गैस और मिट्टी तेल पर सरकार का नियंत्रण है।
पेट्रोलियम पदार्थों की खुदरा बिक्री करने वाली देश की सबसे बडी कंपनी इंडियन ऑयल कार्पाेरेशन को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून, 2012) के दौरान 22,451 करोड रुपए का शुद्ध घाटा हुआ। कंपनी को पिछले साल इसी दौरान 3719 करोड रुपए का घाटा हुआ था।
इंडियन ऑयल के अध्यक्ष आरएस बुटोला ने कंपनी निदेशक मंडल की बैठक में मंजूर तिमाही वित्तीय रपट की जानकारी दी। कंपनी ने इस दौरान पहली तिमाही में 1,01,936 करोड रुपए की आमदनी दर्ज की है जो एक साल पहले इसी अवधि की आय से 124 प्रतिशत अधिक है। पिछले वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही में कंपनी ने 90,713 करोड रुपए की आय दर्ज की थी।
कंपनी को किसी एक तिमाही में होने वाला यह सबसे बडा घाटा है। इससे पहले कंपनी को सितंबर 2011 की दूसरी तिमाही में 7,485 करोड का घाटा हुआ था। बुटोला ने बताया कि डीजल, मिट्टी तेल और घरेलू रसोई गैस की बिक्री पर कंपनी को 17,485 करोड की कम वसूली हुई है। इसकी भरपाई सरकार की तरफ से होनी है। फिलहाल अभी यह राशि प्राप्त नहीं हुई है। इससे भी कंपनी का घाटा बढा है।
रुपये की विनिमय दर में गिरावट से कंपनी को 3,187 करोड रुपये और महंगे में खरीदे गये माल का दाम बाद में घटने से भी कंपनी को 4,062 करोड रुपये का नुकसान हुआ। इससे उसका रिफाइनिंग मार्जिन नकारात्मक हो गया। कंपनी पर कर्ज का बोझ भी बढता जा रहा है। जिसपर 1,849 करोड रुपये का ब्याज उसे चुकाना पडा है।

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