गैस कनेक्शन में भी
मोबाइल पोर्टेबिलिटी
(महेश रावलानी)
नई दिल्ली (साई)।
रसोई गैस डिस्ट्रीब्यूटरों की मनमानी रोकने और उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा प्रदान
करने के लिए अब एलपीजी ने कस्टमर पोर्टेबिलिटी सुविधा शुरू करने की योजना बनायी
है. ग्राहकों को मोबाइल की सेवा बेहतर प्रदान करने के लिए जिस तरह ट्राई ने मोबाइल
पोर्टेबिलिटी की शुरूआत की, उसी तरह इंडियन ऑयल ने भी एलपीजी कस्टमर
पोर्टेबिलिटी सेवा को धरातल पर उतारने का फैसला किया है. इसके लागू होने पर
उपभोक्ताओं को वैसे डिस्ट्रीब्यूटर के साथ होनेवाली किचकिच से छुटकारा मिलेगा, जो आर्थिक रूप से
कमजोर है और वह पूरा लोड नहीं उठाता है, जिसके कारण उसके यहां बैकलॉग हो जाता है.
इस सेवा के शुरू
होते डिस्ट्रीब्यूटरों का एरिया वार खत्म होगा. आज इंडियन ऑयल ने हर
डिस्ट्रीब्यूटर को क्षेत्र की सीमा में बांध रखा है. गैस के लिए आवेदन देनेवाले
उपभोक्ता को पहले यह साफ कह दिया जाता है कि किस-किस एरिया में उनके द्वारा गैस की
आपूर्ति की जाती है. डिस्ट्रीब्यूटरों के पास अधीन क्षेत्र के बाहर रहनेवालों को
नया कनेक्शन देने से इनकार कर देने का अधिकार था.
साथ ही अधिकार
क्षेत्र से बाहर चले जाने (घर बदलनेवाले) वाले उपभोक्ता का कनेक्शन बंद करने का
कानून है. ऐसी स्थिति में उपभोक्ता को अपने पूर्व के डिस्ट्रीब्यूटर से एनओसी लेना
होगा, जिसे वह
अपने नये क्षेत्र के डिस्ट्रीब्यूटर के यहां जमा करायेगा, तो उसे सिलिंडर मिल
सके.
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