राजेश दुबे “डूबेजी” कृत कार्टूनलीला
(सुरेंद्र जायस्वाल)
जबलपुर (साई)।
त्रैमासिक-पत्रिका के प्रवेशांक का लोकार्पण 28 अक्टूबर 2012 को रानीदुर्गावती
संग्रहालय कला वीथिका में कार्टूनलीला परिवार एवम सव्यसाची कला ग्रुप जबलपुर के
संयुक्त तत्वावधान में आयोजित है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इरफ़ान (जनसत्ता) विशिष्ठ अतिथि श्री राजीव मित्तल (लखनऊ) होगें।
साहित्यकार श्री ग्यानरंजन,श्री अमृत लाल वेगड़, श्री दिनेश अवस्थी, चित्रकार श्री
सुरेश श्रीवास्तव कार्टून विधा पर वक्तव्य देंगे।
कार्टूनिष्ट राजेश
दुबे “डूबेजी” का मानना है कि
विज़ुअलिटी एवम समय की कमी से जूझते पाठकों को रेखाचित्र,कैरीकेचर,कार्टून, व्यंग्यचित्र के
ज़रिये गुदगुदाते हैं। तक़नीकी एवम कला के संयुक्तिकरण का प्रयोग इश्तहारों एवम फ़िल्मों
तक में किया जा रहा है। कार्टून दिलो दिमाग़ पर गहरा असर छोड़ते हैं। कार्टून विधा
को आर के लक्ष्मण,
सुधीर दर , अबू अब्राहम, काक, सुधीर तैलंग, अजीत नैनन, इरफ़ान, इस्माइल लहरी, देवेंद्र, अविषेक जयपुर, पवन पटना, हरिओम भोपाल, हाड़ा जयपुर त्रियंबक शर्मा रायपुर,ने जीवंतता प्रदान
की है। इस क्रम में कार्टूनिष्ट राजेश दुबे “डूबेजी” भी एक खास मुक़ाम पर
हैं। इंटरनेट के पाठक में राजेश “डूबेजी” के नाम से लोकप्रिय
है।
श्री राजेश दुबे द्वारा बनाए कार्टूनों की प्रदर्शनी दिनांक 28 से 29 अक्टूबर 2012 तक आम जनता के लिये निरूशुल्क खुली रहेगी। सव्यसाची
कला ग्रुप के अध्यक्ष सतीष बिल्लोरे,के।के।बैनर्जी, नितिन अग्रवाल, एवम कार्टूनलीला परिवार के सदस्यों ने उपस्थिति की
अपील की है।
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