पेंच का काम आरंभ: पाटकर नजरबंद
(प्रदीप माथुर)
छिंदवाड़ा (साई)। लगभग ढाई दशकों से राजनीतिक बियावान में हिचकोले खाने के बाद अंततः छिंदवाड़ा जिले की महात्वाकांक्षी पेंच व्यपवर्तन परियोजना का काम आरंभ हो ही गया। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में डूब प्रभावित ग्रामीणों के विरोध के बीच रविवार को पुलिस की मौजूदगी में बांध का निर्माण शुरू हो गया। इस परियोजना का विरोध करने पहुंचीं सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को नजरबंद कर लिया गया है।
चौरई विकास खंड के माचागोरा में प्रस्तावित पेंच परियोजना का काम लंबे अरसे से लंबित है। प्रशासन ने शनिवार को बांध के निर्माण का कार्य शुरू करना चाहा, मगर प्रभावित ग्रामीणों ने विरोध किया। सैकड़ों प्रभावित लोग जब निर्माण स्थल पर पहुंचे तो प्रशासन को बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुलाना पड़ा। अंततरू शनिवार को काम शुरू नहीं हो पाया।
प्रस्तावित बांध का विरोध करने रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर जब छिंदवाड़ा पहुंचीं तो प्रशासन ने उन्हें बांध स्थल की ओर जाने से रोका और उन्हें नजरबंद कर लिया। इसके चलते मेधा पाटकर पूरे दिन छापाखाना इलाके से आगे नहीं बढ़ पाईं। उन्होंने प्रशासन व सरकार पर नियम-कायदों को ताक पर रखकर बांध का निर्माण कराने का आरोप लगाया। इससे पहले शनिवार को पुलिस ने आंदोलन का नेतृत्व कर रहीं अनुराधा भार्गव को हिरासत में ले लिया था।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को प्राप्त जानकारी के अनुसार, बांध निर्माण स्थल पर 1400 से ज्यादा पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। जगह-जगह बैरिकेड लगाए गए हैं। निर्माण स्थल पर प्रशासनिक अमले, पुलिस बल और कामगारों के अलावा किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस बांध के बनने से चौरई थाना क्षेत्र के लगभग 31 गांव प्रभावित हो रहे हैं। प्रभावित ग्रामीण सरकार द्वारा मुआवजा नहीं दिए जाने और पुनर्वास की व्यवस्था नहीं किए जाने से भी नाराज हैं। पुलिस नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, रविवार को बांध का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है।
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